Heatwave: भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को कहा कि हीटवेव से लेकर गंभीर हीटवेव की स्थिति ओडिशा के कुछ हिस्सों, गंगीय पश्चिम बंगाल और झारखंड के कुछ हिस्सों को प्रभावित कर रही है, साथ ही यह भी कहा कि पूर्वी और प्रायद्वीपीय भारत के ज्यादातर हिस्से असामान्य तौर पर गर्म हैं.
मौसम के जानकार अधिकारियों ने बताया कि 6 और 7 मार्च को तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक और तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में और शनिवार को ओडिशा, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, तटीय आंध्र प्रदेश, यानम और रायलसीमा में हीटवेव की स्थिति होने की संभावना है.
भारत में सर्दी के जाते ही गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. गर्मी भी ऐसी कि जानकारों का कहना है कि इस बार पिछली बार के सारे रिकॉर्ड टूटने वाले हैं. मौसम के जानकार अधिकारी ने कहा कि ''हम पूर्वी और प्रायद्वीपीय भारत में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बहुत जल्दी वृद्धि देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि ''इस तरह की वृद्धि अभी तक उत्तर पश्चिम भारत में नहीं देखी गई है.''
हीटवेव की स्थिति तब मानी जाती है जब मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान 40°C से ज्यादा होता है; तटीय इलाकों में 37°C से ज्यादा और पहाड़ी इलाकों में 30°C से ज्यादा और सामान्य से विचलन औसत अधिकतम से 4.5 और 6.4°C के बीच है. यदि ये स्थितियाँ लगातार दो दिनों तक बनी रहती हैं, तो दूसरे दिन लू की ऐलान कर दिया जाता है.
विदर्भ और ओडिशा के ज्यादातर हिस्सों में अधिकतम तापमान 40-43 डिग्री सेल्सियस के बीच था. रायलसीमा के कई हिस्से; छत्तीसगढ़, झारखंड, गांगेय पश्चिम बंगाल, मध्य महाराष्ट्र, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों और पूर्वी उत्तर प्रदेश और दक्षिण पश्चिम मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर, जो सामान्य से 2- 4 डिग्री ऊपर है. उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से 3-5 डिग्री सेल्सियस ऊपर है. वहीं बिहार, गुजरात क्षेत्र, मध्य महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अलग-अलग स्थानों पर रहा है. First Updated : Sunday, 07 April 2024