Heavy Rain Alert: पहाड़ों पर 'जल प्रलय'...यमुना ने छुआ खतरे का निशान, अलर्ट जारी
Heavy Rain Alert: पिछले दिनों से उत्तर भारत में लगातार हो रही भारी बारिश ने तबाही मचा दी है. कई इलाकों की सड़कें और घर पानी में डूब चुके है. दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के बेहद करीब पहुंच गया है.
Monsoon Heavy Rain Alert: उत्तर भारत में पिछले दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है. बारिश ने पहाड़ों पर भारी तबाही मचाई है. पिछले दो दिनों में भारी बारिश के चलते भूस्खलन, बादल फटने, घर नष्ट होने, पेड़ और बिजली गिरने से सोमवार तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है. बाढ़ संभावित इलाकों में राहत और बचाव अभियान तेज करने के लिए सेना और एनडीआरएफ टीमे तैनात की गई है. पीएम मोदी ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के सीएम से राज्य की स्थिति पर चर्चा की और उन्हें केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है.
एनडीआरएफ की 39 टीमें तैनात की गई
उत्तर भारत के राज्यों में पिछले कई दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते हालत बेहद खराब हो गए है. इस बीच बाढ़ से निपटने के लिए एनडीआरएफ कम से कम 39 टीमें तैनात की गई है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एनडीआरएफ की 14 टीमों को पंजाब में तैनात किया गया है, जबकि एक दर्जन टीम हिमाचल प्रदेश में काम कर रही हैं. जबकि आठ उत्तराखंड और पांच टीमें हरियाणा में तैनात की गई है. उधर, दिल्ली में यमुना समेत कई नदियां उफान पर है.
यमुना ने खतरे का निशान को पार किया
दिल्ली में लगातार हो रही भारी बारिश के बीच लोगों के घरों तक पानी घुस गया. वहीं यमुना का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है. रविवार को हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से एक लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने से यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है. खतरे का निशान 205.33 मीटर है और यमुना का जलस्तर 206.24 मीटर तक पहुंच गया है. दिल्ली में बाढ़ की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि यमुना में भारी बाढ़ का स्तर 207.49 मीटर है और इस निशान से पानी का स्तर करीब एक मीटर ही कम है.
हिमाचल प्रदेश में रेड और ऑरेज अलर्ट
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में अगले 24 घंटे के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है. आईएमडी ने कहा कि हिमाचल में फिलहाल बारिश से राहत मिलने की संभावना नहीं है. इस बीच मंगलवार को सीएम सुखविंदर सिंह हेलीकॉप्टर से मनाली जाएंगे और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे. शिमला में भूस्खलन होने से चार और लोगों की जान चली गई है.
हिमाचल में 16 लोगों की मौत
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, ''पिछले दो दिन में राज्य में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 16 लोगों की मौत हुई है. चंद्रताल, लाहौल और स्पीति में पागल और तेलगी नाले के बीच फंसे 400 पर्यटकों और स्थानीय लोगों को बचाने के प्रयास जारी है. राज्य में भारी बारिश के कारण भूस्खलन, घरों को नुकसान पहुंचने और कई लोगों की मौत होने के एक दिन बाद मौसम विभाग ने सोमवार को ‘अत्यंत भारी बारिश’ के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया."