Himachal: हिमाचल सरकार का बड़ा फैसला, शिक्षा विभाग की महिला कुक को मिलेगा मैटरनिटी अवकाश
Himachal: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार ने शिक्षा विभाग में कार्यरत महिलाओं को बच्चे के जन्म के वक्त 6 महीने का अवकाश देने का निर्णय किया है.
हाइलाइट
- हिमाचल सरकार ने शिक्षा विभाग में कार्यरत महिला कुक को बड़ी राहत दी है.
- इससे कमजोर व पिछड़े वर्ग के साथ महिलाओं-बच्चों का समावेशी विकास होगा.
Himachal: हिमाचल प्रदेश के शिक्षा विभाग ने महिला कुक को लेकर एक बड़ा फैसला किया है. दरअसल सीएम ने शिक्षा विभाग में कार्य करने वाले महिला कुक को 6 माह की मैटरनिटी लीव देने की बात कही है. हिमाचल सरकार के इस फैसले से महिला कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई है. 180 दिन का मातृत्व अवकाश शिक्षा विभाग में कार्यरत 17 हजार 889 महिला कर्मचारियों के जीवन में उपहार के रूप में काम करेगी.
डिलिवरी के वक्त मिलेगा अवकाश
महिला कर्मचारियों को बच्चों के जन्म के समय मैटरनिटी लीव दी जाएगी. बता दें कि इससे पहले इस तरह की सुविधा न होने के कारण कई महिला कर्मचारियों को अपनी नौकरी गवानी पड़ती थी. जबकि हिमाचल सरकार के इस अहम फैसले के बाद शिक्षा विभाग में कार्यरत महिला कुक को बड़ी राहत मिली है. दरअसल अब उन्हें बच्चे की डिलिविरी के समय 180 दिन की सरकारी छुट्टी दी जाएगी.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मातृत्व अवकाश की घोषणा करने के दरमियान बताया कि, "समाज का समग्र विकास तभी संभव है, जब कमजोर व पिछड़े वर्ग के साथ महिलाओं-बच्चों का समावेशी विकास होगा." उन्होंने आगे बताया कि, सरकार कमजोर वर्ग के लोगों तक इस योजना को पहुंचाने का कार्य करेगी.
CM सुक्खू का बयान
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने बयान में बताया कि, कांग्रेस सरकार ने वेतनभोगी कर्मचारियों की दैनिक मजदूरी को बढ़ाया है, साथ ही शिक्षा विभाग के अशंकालिक जलवाहकों, जल शक्ति विभाग के बहुउद्देशीय कर्मियों, आंगनबाड़ी सहायिकाओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा कार्यकर्ताओं, मिड-डे मील कर्मियों, पैरा फिटर और पम्प ऑपरेटरों, पंचायत व राजस्व चौकीदारों के मानदेय में भी अधिक बढ़ोतरी की है.
उनका कहना है कि, कांग्रेस अपने किए वादों के अनुसार सरकार में आने के बाद पहली कैबिनेट की बैठक में ही ओल्ड पेंशन स्कीम को पास किया था. इसके साथ ही सरकार लगातार हर वर्ग के लोगों के लिए राज्य की तमाम योजनाएं चला रही है.