हिमाचल की राजधानी शिमला और मंडी जिले से एक भयानक आपदा की खबरें सामने आई है. यहां शिमला जिले के रामपुर क्षेत्र के समेज खड्डा इलाके में बादल फटने से तबाही का मंजर देखने को मिला है. इसके अलावा मंडी के पधर उपमंडल के थलटूखोड़ा इलाके में भी बादल फटने की खबर सामने आई है. इन दोनों जिलों में बादल फटने से 35 लोग लापता बताए जा रहे हैं. रेस्क्यू टीमें बचाव अभियान चला रही है.
मंडी के पधर उपमंडल के थलतू खोड में बादल फटने के बाद एक शव बरामद हुआ है और 9 लोगों की लापता होने की खबर है. मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं. बचाव अभियान के लिए मौके पर SDRF की टीम मौजूद है. वहीं शिमला जिले के रामपुर क्षेत्र के समेज खाड में बादल फटने से 19 लोग लापता हैं. खोज और बचाव अभियान के लिए मौके पर मौजूद SDRF की टीम मौजूद है.
दरअसल, हिमाचल प्रदेश के अधिकतर स्थानों पर देर रात बारिश हुई है. कुल्लू और शिमला की सीमा पर स्थित निरमंड नामक स्थान पर बारिश से तबाही की सूचना मिली है. भारी बारिश के बाद कुल्लू के ही सैंज घाटी में भी पार्वती नदी में जबरदस्त उफान देखा गया है. बारिश का सिलसिला रात का है इसलिए अभी कोई अप्रिय सूचना नहीं है.
जिला प्रशासन और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमों को प्रभावित क्षेत्र में भेजा गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सभी भाजपा कैडरों से अपने गृह राज्य में बादल फटने से प्रभावित लोगों के बचाव और राहत की दिशा में काम करने को कहा है. “हिमाचल प्रदेश के विभिन्न इलाकों में बादल फटने के कारण भारी नुकसान और जनजीवन बाधित होने की दुखद खबर पर, मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुखू से बात की और केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया.
First Updated : Thursday, 01 August 2024