Himachal Pradesh Rains: हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदा का कहर लगातार जारी है. भारी बारिश के चलते नदियां उफान पर है. वहीं 25 अगस्त तक राज्य में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. राज्य में हर रोज मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. गुरूवार को बारिश से संबंधित घटनाओं में तीन और लोगों की मौत होने के बाद हिमाचल में मरने वालों की संख्या बढ़कर 330 हो गई है. प्रदेश में भूस्खलन के चलते हजारों घर तबाह हो गए है. सैकड़ों दुकानें और हजारों गौशाला भूस्खलन की चपेट में आने से बह गई है.
हिमाचल प्रदेश में प्राकृति का कहर लगातार देखने को मिल रहा है. पिछले दो महीने से हो रही भारी बारिश चलते हिमाचल में भारी नुकसान हुआ है. जानकारी के मुताबिक, यहां कम से कम 58 बार बादल फटने की घटनाएं सामने आ चुकी है. जबकि 113 भूस्खलन की घटनाए सामने आ चुकी है. इस वजह से 1957 घर पूरी तरह से तबाह हो गए है, जबकि 9344 क्षतिग्रस्त हुए है. वहीं 293 दुकानें और लगभग 4072 गौशाला भूस्खलन और बाढ़ की चपेट में आने से बह गई है.
हिमाचल प्रदेश में पिछले दो महीने से हो रही भारी बारिश, भूस्खलन, बाढ़ और बादल फटने समेत अन्य घटनाओं की वजह से राज्य को 7659 करोड़ रूपये की चल-अचल संपत्ति का नुकसान हो चुका है. जानकारी के अनुसार, जल शक्ति विभाग को 1842 करोड़ रुपये, लोक निर्माण विभाग को 2656 करोड रुपये, राज्य विद्युत बोर्ड को 1505 करोड़, बागवानी विभाग को 144 करोड़, कृषि विभाग को 256 करोड़, ग्रामीण विकास विभाग को 369 करोड़ और शिक्षा विभाग को 118 करोड़ रूपये का नुकसान हुआ है.
हिमाचल प्रदेश में पिछले दो महीने से रूक रूककर हो रही भारी बारिश की वजह से जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त है. लोगों की जान पर आफत बनी हुई है. लोग अपने घरों में कैद है. बार बार बदलते मौसम ने लोगों की परेशानी बढ़ाई है. वहीं राहत एवं बचाव कार्यों में भी काफी दिक्कतें पैदा रही है. सैकड़ों सड़के बंद होने की वजह से वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है.
मौसम विभाग ने कहा कि शुक्रवार को मानसून सामान्य रह सकता है. जबकि कुछ जगहों पर बारिश भी हो सकती है. इस बीच मौसम विभाग ने 19 अगस्त से 25 अगस्त तक प्रदेश में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है. बता दें कि पिछले 24 घंटे में मंडी में 60 मिलीमीटर, नगरोटा में 24 और डलहौजी में 23 मिलीमीटर रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई है. First Updated : Friday, 18 August 2023