हिंदू लड़की से रेप करता रहा मुस्लिम दोस्त... फिर इस घिनौने खेल में शामिल हुए और भी कई लोग!
केरल में एक दलित लड़की के साथ हुए रेप के मामले ने सबको चौंका दिया है. 13 साल की उम्र में शोषण शुरू हुआ, और उसके बाद आरोपी ने कई लोगों को इसमें शामिल किया. लड़की के फोटो और वीडियो की धमकी देकर अपराध बढ़ता चला गया. अब तक 44 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं, लेकिन यह मामला अब और गहरे राज खोल रहा है. जानिए इस दिल दहला देने वाली घटना की पूरी सच्चाई!
Rape Case: केरल के पथानमथिट्टा जिले में एक दलित लड़की के साथ हुए खौफनाक यौन शोषण ने सबको चौंका दिया है. यह मामला धीरे-धीरे सामने आया और अब तक की घटनाएं बेहद हैरान कर देने वाली हैं. इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पीड़िता की यौन शोषण की शुरुआत 13 साल की उम्र में हुई थी और इसे एक नहीं, बल्कि कई लोगों ने मिलकर अंजाम दिया.
पड़ोसी ने किया पहले रेप, फिर ये सिलसिला शुरू हुआ
पीड़िता का यौन शोषण उसके ही पड़ोसी और बचपन के दोस्त सुबुन ने किया. सुबुन ने न केवल लड़की से बलात्कार किया, बल्कि उसे धमकी भी दी और उसकी तस्वीरें और वीडियो ले लीं. इसके बाद उसने इन वीडियो और तस्वीरों का इस्तेमाल करते हुए अपने दोस्तों और आसपास के लोगों को भी लड़की के साथ रेप करने के लिए उकसाया. इस सिलसिले में धीरे-धीरे बलात्कार करने वालों की संख्या बढ़ने लगी और ये अपराध सामूहिक रूप से होने लगे.
गंभीर अपराध: मछुआरे से लेकर ड्राइवर तक ने किया शोषण
जब सुबुन का मन नहीं भरा, तो उसने दूसरे लोगों को भी इसमें शामिल किया. ड्राइवर, मछुआरे, मजदूर और कई अन्य स्थानीय लोग लड़की के साथ बलात्कार करने लगे. इस सिलसिले में हर किसी को लड़की की तस्वीरें और वीडियो भेज दी जातीं थीं, जिसके चलते कई और लोगों ने लड़की का शोषण किया. यह सिलसिला बसों, अस्पतालों, और सार्वजनिक स्थानों पर भी चलता रहा.
नाबालिग भी थे शामिल, विदेश से भी थे आरोपी
इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि बलात्कार करने वालों में चार नाबालिग भी शामिल हैं. इसके अलावा, दो आरोपी तो भारत से बाहर के थे, जो लड़की का शोषण करने के लिए केरल आए थे. यह घटना केवल एक लड़की की दुर्दशा की नहीं, बल्कि यह समाज में बढ़ती हुई असुरक्षा और यौन शोषण के गंभीर मामलों की ओर इशारा करती है.
अब तक 44 गिरफ्तार, 29 FIR दर्ज
पुलिस ने अब तक इस मामले में 44 लोगों को गिरफ्तार किया है. इस घिनौने अपराध के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 29 FIR दर्ज की गई हैं. पुलिस की जांच अब भी जारी है और आरोपी गिरफ्तार किए जा रहे हैं. इस मामले ने यह दिखा दिया है कि समाज में बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है.