The dark history of June 15: 15 जून का वो काला इतिहास जिसने देश को झकझोर कर रख दिया था। 15 जून को ही भारत को दो टुकड़ों में बांटने की मंजूरी दी गई थी। जब भारत के दो टुकड़े हुए थे तब पाकिस्तान में हिंदुओं का कत्लेआम मच गया था।आज हम बात कर रहें हैं 15 जून के इतिहास के बारे में जिस दिन देश का बंटवारा हुआ था। जब देश का बंटवारा हुआ था तब हजारों की संख्या में लोग पाकिस्तान से भारत और भारत से पाकिस्तान की ओर पैदल और रेलगाड़ियों में निकल पड़े थें। उस दौरान पाकिस्तान में हिंदुओं के खिलाफ भयानक हिंसा की आग भड़क गयी थी, पाकिस्तान में लोगों को काटकर ट्रेन में भरकर भारत भेजा जाने लगा था।
आज ही के दिन इस खूनी बंटवारे की नींव पड़ा था। 15 जून 1947 को भारत की आजादी के नाम पर कांग्रेस अधिवेशन में देश बंटवारे को मंजूरी दी गई थी। यह अधिवेशन दिल्ली में हुआ था जिसके बाद एक परिवार और भाइयों की तरह साथ रहने वाले लोग दो भाग में बंट गए। भारत विभाजन की घोषणा के बाद देश में भीषण मार-काट शुरू हो गई। आपस में लोग एक दूसरे का खून बहाने लगे। बचपन से एक साथ रहने वाले लोग एक दूसरे के जानी दुश्मन बन गए। इस हिंसा की आग में करीब 10 लाख लोग स्वाहा हो गए।
भारत और पाकिस्तान के बीच नफरत का बीज इसी बंटवारे से बोया गया था। 15 जून 1947 के इस बंटवारे ने किसी को अपना महल तो किसी को अपने घर छोड़ने पर मजबूर कर दिया।इस दौरान पाकिस्तान में भयानक हिंसा भड़की हुई थी, वहां हिंदुओं के साथ अत्याचार किया जाने लगा, उन्हें जबरन कल्मा पढ़ने का कहा गया और ऐसा न करने पर उनका कत्ल कर दिया जाने लगा। हिंदू महिलाओं की आबरू लूटी जाने लगी जिससे बचने के लिए कुछ औरतों ने खुद को आग में जला लिया तो वही कुछ लोगों ने अपनी बेटी के साथ अत्याचार होने से बचाने के लिए खुद ही उसका गला घोटकर मौत की घाट उतार दिया।
First Updated : Thursday, 15 June 2023