HMPV Virus: भारत में तेजी से बढ़ रहे HMPV वायरस के मामले, घर पर ही पेरेंट्स ऐसे कर सकते हैं बच्चों की देखभाल

वर्तमान में HMPV के लिए कोई विशेष एंटीवायरल दवा या टीका उपलब्ध नहीं है. हल्के लक्षणों वाले मामलों में आराम और ओवर-द-काउंटर दवाएं कारगर होती हैं. गंभीर मामलों में ऑक्सीजन थेरेपी और अस्पताल में भर्ती की आवश्यकता हो सकती है. हालांकि, HMPV को लेकर भारत में सतर्कता बरती जा रही है.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु के बाद अब महाराष्ट्र से भी HMPV के मामले सामने आए हैं. बेंगलुरू में 8 साल की बच्ची और तीन साल के बच्चे में यह वायरस मिला है, तो वहीं अहमदाबाद में 2 साल के बच्चे में HMPV वायरस के लक्षण पाए गए हैं. इस वायरस का खतरा बच्चे बुजुर्गों में ज्यादा होता है. इस बीच दिल्ली और कर्नाटक के स्कूलों में हेल्थ एडवाइजरी जारी की गई है. दिल्ली पब्लिक स्कूलों में भी इसको लेकर एक परामर्श जारी किया गया है. स्कूल प्रशासन ने पेरेंट्स से कहा कि जिन बच्चों में HMPV के हल्के लक्षण हैं, उन्हें स्कूल ना भेजें.

वहीं, कर्नाटक सरकार ने भी HMPV के प्रसार को रोकने के प्रयास में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है. लोगों को सलाह दी जाती है कि खांसते, छींकते समय अपने मुंह और नाक को रूमाल, टिशू पेपर से ढँकें. हाथों को अक्सर साबुन और पानी या अल्कोहल-आधारित सैनिटाइज़र से धोएं. भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें. बुखार, खांसी, छींकने के दौरान सार्वजनिक स्थानों से दूर रहें. लोगों को यह भी सलाह दी जाती है कि अगर वे बीमार हैं तो घर पर रहें और दूसरों के साथ संपर्क सीमित करें और उन्हें खूब पानी पीने और पौष्टिक भोजन खाने की भी सलाह दी जाती है.

HMPV वायरस से बचने के लिए क्या करें? 

अच्छे स्वास्थ्य पर ध्यान दें

बच्चों को कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धोना सिखाएं

खांसने और छींकने के बाद तुरंत हाथ धोने के लिए बोलें

साबुन न होने पर हैंड सेनिटाइजर का इस्तेमाल

चेहर, आंखे, नाक और मुंह को ना छूएं

अपने आसपास स्वच्छता रखें 

दरवाज़े के हैंडल और काउंटरटॉप की लगातार सफाई करते रहें

चीन में तेजी से बढ़ रहा संक्रमण

साथ ही आपको बता दें कि HMPV चीन में बड़े पैमाने पर फैल रहा है, जिससे वहां के अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गई है. रिपोर्ट्स के अनुसार, यह वायरस मुख्य रूप से शिशुओं और छोटे बच्चों को प्रभावित करता है.

 

क्या है उपचार?

इसके अलावा आपको बता दें कि वर्तमान में HMPV के लिए कोई विशेष एंटीवायरल दवा या टीका उपलब्ध नहीं है. हल्के लक्षणों वाले मामलों में आराम और ओवर-द-काउंटर दवाएं कारगर होती हैं. गंभीर मामलों में ऑक्सीजन थेरेपी और अस्पताल में भर्ती की आवश्यकता हो सकती है. हालांकि, HMPV को लेकर भारत में सतर्कता बरती जा रही है. सरकार और स्वास्थ्य विभाग लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. लोगों को सावधानी बरतने और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है.

 


 

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07 January 2025, 09:25 AM IST

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