मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बीजेपी में जाने की चर्चाएं जोरों पर हैं. कहा जाता है राज्यसभा नहीं भेजने से वो नाराज चल रहे हैं और कांग्रेस का साथ छोड़ सकते हैं. देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को एक-एक कर कई बड़े दिग्गज छोड़ रहे हैं. हाल ही में महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वाइन कर लिया.
अब मध्यप्रदेश में कमलनाथ को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है. कहा जा रहा है कि वह जल्दी ही बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं. अभी तक कांग्रेस के मु्ख्यमंत्री रह चुके उन नेताओं के बारे में बात करते हैं, जो पार्टी छोड़ चुके हैं.
कांग्रेस सरकार में महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री रहे अशोक चव्हाण ने 12 फरवरी को कांग्रेस छोड़ दिया था और बीजेपी में शामिल हो गए थे. बीजेपी ने उनको राज्यसभा भेजने के लिए नामिक भी कर दिया था. चव्हाण पहली बार 1987 में लोकसभा सांसद बने थे. वह दूसरी बार 2014 में लोकसभा सांसद बने. अपने राजनीतिक करियर में वह 2 बार सांसद और 4 बार विधायक रहे.
पंजाब की सियासत में कांग्रेस का प्रमुख चेहरा कहे जाने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सितंबर में 2021 कांग्रेस छोड़ दी थी. इसके बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए थे. अमरिंदर सिंह के पिता महाराजा यादवेंद्र सिंह पटियाला रियासत के अंतिम राजा थे. राज परिवार ताल्लुक रखने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भारतीय सेना में भी सेवाएं दी और 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में लड़े भी.
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने मई 2016 में बीजेपी ज्वाइन कर सबको चौंका दिया. बहुगुणा ने कांग्रेस छोड़ने के बाद यह कदम उठाया था. विजय बहुगुणा अकेले नहीं बल्कि उत्तराखंड के 8 पूर्व विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल हुए थे. जनवरी 2014 में विजय बहुगुणा ने इस्तीफा दिया था. उन्होंने मार्च 2012 से जनवरी 2014 तक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में काम किया था.
एसएम कृष्णा साल 1999 से 2004 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे. इसके बाद उन्होंने 2017 में कांग्रेस पार्टी छोड़ दी और बीजेपी जॉइन कर लिया. एसम कृष्णा 1968 में पहली बार सांसद बने थे. वह इंदिरा गांधी और राजीव गांधी दोनों के साथ काम कर चुके हैं.
किरण कुमार रेड्डी ने पिछले साल कांग्रेस पार्टी को छोड़ दिया. किरण कुमार रेड्डी आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. किरण कुमार रेड्डी अविभाजित आंध्र प्रदेश के अंतिम मुख्यमंत्री रहे. रेड्डी ने इससे पहले 2014 में तत्कालीन यूपीए सरकार के आंध्र प्रदेश को विभाजित करने और तेलंगाना बनाने के फैसले पर कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. उस वक्त उन्होंने अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी जय समैक्य आंध्र पार्टी बनाई थी, लेकिन 2018 में कांग्रेस में लौट आए थे. किरण रेड्डी ने पिछले साल बीजेपी का दामन थाम लिया था.
अरुणाचल के मुख्यमंत्री पेमा खांडू 32 विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल हो गए. वह एक समय कांग्रेस के बड़े नेता थे. दिसंबर 2016 में पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) के 32 विधायकों के साथ वो भाजपा में शामिल हो गए. खांडू सरकार जुलाई 2016 से अभी तक सत्ता में है. First Updated : Sunday, 18 February 2024