कर्नाटक के बेलूर, हलेबिड और सोमनाथपुरा के होयसला मंदिरों को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल कर लिया गया है. जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले पश्चिम बंगाल के शांतिनिकेतन को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया था. केंद्र सरकार ने वर्ष 2022-2023 के लिए यूनेस्को विश्व विरासत सूची में भारत के आधिकारिक नामांकन के रूप में बेलूर, हलेबिड और सोमनाथपुरा के होयसला मंदिरों को प्रस्तावित किया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, "भारत के लिए यह और भी गौरव की बात है! होयसल के शानदार पवित्र स्मारकों को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है. होयसल मंदिरों की शाश्वत सुंदरता और जटिल विवरण भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और हमारे पूर्वजों की असाधारण शिल्प कौशल का प्रमाण हैं."
भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने लिखा, "बधाई हो. हमारे पहले नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर और उन सभी लोगों को एक सच्ची श्रद्धांजलि जिन्होंने उनके संदेश को जीवित रखा है."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को पश्चिम बंगाल के शांतिनिकेतन को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल करने को "सभी भारतीयों के लिए गर्व का क्षण" बताया था.
पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “खुशी है कि गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के दृष्टिकोण और भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक शांतिनिकेतन को यूनेस्को विश्व विरासत सूची में अंकित किया गया है. यह सभी भारतीयों के लिए गर्व का क्षण है.”
First Updated : Monday, 18 September 2023