ममता का बड़ा बयान.. मै करुंगी इंडिया गठबंधन का नेतृत्व! सपा का भी मिला साथ
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खुद को विपक्षी गठबंधन INDIA ब्लॉक का नेतृत्व करने के लिए तैयार बताया है. कांग्रेस राहुल गांधी को नेता मानने पर अड़ी है, जबकि सपा ने ममता के पक्ष में बयान दिया है. शिवसेना (यूबीटी) का रुख भी संतुलित है. इस बयान से विपक्ष में दरार साफ दिख रही है. वहीं, भाजपा इसे सत्ता की लड़ाई बता रही है. क्या ममता बनर्जी को INDIA ब्लॉक का नेता चुना जाएगा या राहुल गांधी ही विपक्ष का चेहरा रहेंगे? पूरी खबर पढ़ें और जानें राजनीति के इस नये मोड़ की हर बात!
Mamata Banerjee Bold Statement: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के एक बयान ने देश की राजनीति में हलचल मचा दी है. उन्होंने खुद को विपक्षी गठबंधन ‘INDIA ब्लॉक’ का नेता बनने के लिए तैयार बताया है. लेकिन क्या विपक्ष एकजुट होकर ममता को यह जिम्मेदारी सौंप पाएगा? या राहुल गांधी ही विपक्ष के प्रमुख चेहरा बने रहेंगे? चलिए जानते हैं इस सियासी उठा-पटक की पूरी कहानी.
ममता बनर्जी का दावा: मैंने इंडिया ब्लॉक बनाया है
ममता बनर्जी ने हाल ही में एक टीवी इंटरव्यू में कहा, 'मैंने इंडिया ब्लॉक बनाया था. लेकिन अब विपक्ष इसे संभाल नहीं पा रहा है. मैं मोर्चे का नेतृत्व नहीं कर रही हूं, लेकिन सभी दलों के साथ मेरे अच्छे संबंध हैं.' उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उन्हें राष्ट्रीय राजनीति में जाने की कोई इच्छा नहीं है. उन्होंने कहा, 'मुझे बंगाल से प्यार है. मैं यहीं रहूंगी और यहीं मरूंगी. मैं बंगाल से ही गठबंधन का नेतृत्व कर सकती हूं.'
Mamata Banerjee clarifies her position, that
— Jawhar Sircar (@jawharsircar) May 16, 2024
— she founded the INDIA alliance and
— she will be always part of it.
No confusion at all !! @MamataOfficial @AITCofficial @derekobrienmp pic.twitter.com/Wo57pK2GEd
कांग्रेस का जवाब: राहुल गांधी ही सही विकल्प
ममता बनर्जी के इस बयान पर कांग्रेस ने अपनी प्रतिक्रिया दी. कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने कहा, 'ममता बनर्जी एक बड़ी नेता हैं, लेकिन इस समय राहुल गांधी ही विपक्षी गठबंधन का नेतृत्व करने के लिए उपयुक्त हैं. इसमें कोई भ्रम नहीं होना चाहिए.' कांग्रेस की इस प्रतिक्रिया ने साफ कर दिया है कि वह राहुल को इंडिया ब्लॉक का चेहरा बनाना चाहती है.
Lucknow: On West Bengal CM Mamata Banrejee's willingness to lead the INDI Alliance, SP leader Udayveer Singh says, "Mamata Banerjee is a prominent leader, and her party has consistently opposed the Bharatiya Janata Party (BJP). In the 2024 Lok Sabha elections, Bengal played a… pic.twitter.com/w3Jxnqc3qi
— IANS (@ians_india) December 7, 2024
सपा और शिवसेना (यूबीटी) का रुख क्या है?
समाजवादी पार्टी (सपा) ने ममता बनर्जी के बयान का समर्थन किया. सपा नेता उदयवीर सिंह ने कहा, 'ममता बनर्जी एक मजबूत नेता हैं और उन्होंने भाजपा के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है. अगर गठबंधन में सहमति बनती है, तो सपा को उनके नेतृत्व पर कोई आपत्ति नहीं होगी.' वहीं, शिवसेना (यूबीटी) का रुख थोड़ा संभला हुआ नजर आया. शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, 'ममता बनर्जी ने बंगाल में भाजपा को सत्ता से दूर रखा है. उनके पास अनुभव और साहस है. लेकिन INDIA ब्लॉक के नेतृत्व का फैसला अगली बैठक में होगा.'
#WATCH | Delhi: On West Bengal CM Mamata Banerjee's reported statement 'willing to lead INDIA alliance', Shiv Sena (UBT) MP Priyanka Chaturvedi says, " She has put forward her statement. Because she has shown a successful model in West Bengal where she has kept BJP away from… pic.twitter.com/gc3Q6Ft6yD
— ANI (@ANI) December 7, 2024
भाजपा ने विपक्ष को बताया बंटा हुआ
भाजपा ने इस मुद्दे पर चुटकी लेते हुए कहा कि विपक्ष अंदर से बंटा हुआ है. भाजपा नेता प्रदीप भंडारी ने कहा, 'INDIA ब्लॉक के नेता खुद ही राहुल गांधी पर भरोसा नहीं करते. कभी ममता बनर्जी, कभी अखिलेश यादव तो कभी स्टालिन खुद को नेता बताते हैं.' भाजपा ने इसे विपक्ष के भीतर सत्ता संघर्ष करार दिया और कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा, 'राहुल गांधी और कांग्रेस अब बोझ बन चुके हैं.'
क्या होगा INDIA ब्लॉक का नेतृत्व?
INDIA ब्लॉक एक राष्ट्रीय गठबंधन है, जिसमें तमाम क्षेत्रीय पार्टियां शामिल हैं. लेकिन हर पार्टी की प्राथमिकताएं और राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं अलग-अलग हैं. ममता बनर्जी ने खुद यह साफ किया है कि उनकी पार्टी टीएमसी बंगाल में कांग्रेस और वाम दलों के साथ गठबंधन नहीं करेगी. ऐसे में सवाल ये है कि क्या विपक्ष ममता बनर्जी को अपना नेता स्वीकार करेगा? या राहुल गांधी ही विपक्ष का चेहरा बने रहेंगे? इस पर फैसला आने वाले दिनों की बड़ी बैठकों में होगा.
ममता बनर्जी का यह बयान विपक्ष की एकजुटता पर सवाल खड़े करता है. जहां एक तरफ कांग्रेस राहुल गांधी को आगे बढ़ाना चाहती है, वहीं सपा और कुछ अन्य दल ममता के पक्ष में खड़े नजर आ रहे हैं. अब देखना यह होगा कि 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले विपक्ष अपनी रणनीति कैसे तय करता है.