Darah Shikoh: देश में मुग़लों को लेकर एक अलग ही जंग छिड़ी रहती है. कोई उनको चोर कहता है कोई लुटेरा कहता है. हालांकि मुग़लों ने हमारे देश को कई नायाब इमारते दी हैं, जिसको देखने के लिए देश-दुनिया से आज भी आते हैं. जहां एक तरफ मुग़लों को लुटेरा कहा जाता रहा है, वहीं, दूसरी तरफ, RSS दारा शिकोह को एक सच्चा मुसलमान मानता है. जब मुग़ल बादशाहों को लेकर लोगों के मन में इतनी नफरत भरी है तो फिर RSS को दारा शिकोह क्यों सच्चा मुसलमान लगता है?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इतिहास गवाह है कि जहां औरंगजेब ने हिंदू धर्म और उसकी परंपराओं और मान्यताओं को खत्म करने का काम किया, वहीं उसके भाई दारा शिकोह ने हमेशा सभी धर्मों की समानता की बात की. दारा शिकोह धार्मिक सहिष्णुता और धर्मनिरपेक्षता के समर्थक थे. बीजेपी और संघ (RSS) कई मौकों पर मुगल शासक शाहजहां के बड़े बेटे दारा शिकोह की तारीफ कर चुके हैं. दरअसल, बीजेपी और आरएसएस दारा शिकोह को मुस्लिम समुदाय के बीच एक अच्छे मुसलमान के तौर पर पेश करते हैं.
कट्टरता बनाम सहिष्णुता की इस बहस में सहिष्णुता को तवज्जो देने की कोशिश की जाती है. संघ की कोशिश रहती है कि देश के मुसलमान दारा शिकोह की तरह बनें, वो दारा की तरह ही बर्ताव करें. इसके लिए ही दारा शिकोह को मुसलमानों के बीच एख अच्छा मुस्लिम बादशाह के तौर पर पेश किया जाता है. आपतो बता दें कि 2017 में दिल्ली के डलहौजी रोड का नाम बदलकर दारा शिकोह रखा गया था.
शाहजहां के 4 बेटों में एक दारा शिकोह थे, जानकारी के मुताबिक, शाहजहां बाकियों के मुकाबले दारा को सबसे ज्यादा चाहते थे. इसी के चलते भाईयों में आपस में ही नफरत पैदा हो गई. बादशाहत के लिए औरंगजेब ने दारा शिकोह से जंग की जिसमें औरंगजेब की जीत हुई. इसके बाद दारा को कैद करवा दिया. कहा जाता है कि औरंगजेब ने दारा शिकोह की हत्या करवा दी थी. इतिहास के जानकार मानते हैं कि दारा शिकोह एक विद्वान थे, उपनिषद और भारतीय दर्शन पर उनकी अच्छी पकड़ थी. साथ ही वो उदार वादी राजा के तौर पर याद किए जाते हैं. First Updated : Wednesday, 20 March 2024