वैज्ञानिक मानते हैं कि प्रकृतिक जगह घूमने फिरने से उम्र बढ़ती है. इस प्रकार की यात्रा करने वाले लोग बहिर्मुखी और भावनात्मक रूप से अधिक मजबूत होते हैं.
जिन लोगों की सोच जिंदगी के प्रति नकारात्मक हो चुकी है, उन्हें जरूर यात्रा पर निकलना चाहिए. घूमने से आपकी सोच बदलेगी.
एक बार घूम कर आने के बाद काम करने में मन लगना लगता है. इससे दिमाग की रचनात्मक क्षमता और सक्रियता बढ़ती है.
जब आप नए लोगों से मिलते हैं, उनसे बातें करते हैं, नई परिस्थितियों के साथ सामंजस्य स्थापित करते हैं, नई सभ्यताओं को जानते हैं, तो इससे कॉग्निटिव फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है, जिससे दिमाग तेज और सक्रिय होता है.
यात्रा में नए प्रकार के वातावरण में रहने की वजह से आपकी इम्यूनिटी में बढ़ती है.