New guidelines for visiting Taj Mahal: हाल ही में कुछ हिंदू युवको ने ताजमहल के मुख्य मकबरे पर गंगा जल चढाया था. अब इसको लेकर प्रशासन सख्स हो गई है. ऐसी घटनाओं को ध्यान में रखते हुए प्रशासन में ताजमहल में घूसने वाले पर्यटकों के लिए कुछ नए नियम बना दिए है. अगर आप ताजमहल घूमने की सोच रहे हैं, तो इस खबर को जरूर पढ़ें. ताजमहल में कुछ नए नियम लागू किए गए हैं जिनके बारे में जानना आपके लिए जरूरी है. इन नियमों का पालन करना न केवल आपकी यात्रा को सुविधाजनक बनाएगा बल्कि ताजमहल की सुरक्षा और संरक्षण में भी मदद करेगा.
दरअसल ताजमहल में मुख्य मकबरे पर पर्यटकों के पानी की बोतल ले जाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. यह निर्णय हाल ही में ताजमहल को शिव मंदिर बताकर जल चढ़ाने के मामलों के सामने आने के बाद लिया गया है. शनिवार को अखिल भारत हिंदू महासभा के पदाधिकारियों ने मुख्य मकबरे में स्थित तहखाने के ऊपर गंगाजल चढ़ाया दिया था. इतना ही नहीं सोमवार को महासभा की महिला सभा की जिलाध्यक्ष मीरा राठौर ने भी गंगाजल चढ़ाया. इन घटनाओं के देखते हउए ताजमहल प्रशासन ने यह कड़ा कदम उठाया है.
नए नियम के मुकताबिक अब से चमेली फर्श से मुख्य मकबरे की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर पर्यटकों और गाइडों को पानी की बोतल ले जाने की अनुमति नहीं होगी. सीढ़ियों पर पहुंचने से पहले ही अब बोतलें जमा करनी होंगी. इससे पर्यटकों को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन सुरक्षा के देखते हुए यह कदम जरूरी है. अधीक्षण पुरातत्वविद डा. राजकुमार पटेल ने बताया कि मुख्य मकबरे पर पर्यटकों को किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी. वहां तैनात कर्मचारियों को पानी की छोटी बोतलें उपलब्ध कराई गई हैं, जिन्हें पर्यटक जरूरत महसूस होने पर ले सकते हैं.
इसके साथ वहां घूमने वाले पर्यटकों के लिए कुछ सुझाव भी दिए गए हैं. बता दें कि ताजमहल प्रशासन ने पर्यटकों की सुविधा के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए हैं, इसलिए किसी भी प्रकार की समस्या होने पर वहां तैनात कर्मचारियों से सहायता मिलेगी. ताजमहल की सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए इन नियमों का पालन करना सभी की जिम्मेदारी है. इन छोटे-छोटे कदमों से हम इस धरोहर को सुरक्षित रख सकते हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए संरक्षित कर सकते हैं.
First Updated : Wednesday, 07 August 2024