Bangladesh Protest On CM Mamta: भारत के पड़ोसी देश बांगलादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण प्रणाली में सुधार की मांग को लेकर छात्रों की तरफ से प्रदर्शन जारी है. इस दौरान हिंसा भड़कने के बाद पुलिस ने पूरे देश में कर्फ्यू लागू कर दिया है. ऐसे में हालात को कंट्रोल करने के लिए राजधानी ढाका को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. इस बीच बांग्लादेश छोड़कर अन्य देशों में शरण लेने वाले लोगों का सिलसिला भी जारी है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, लोग बांग्लादेश छोड़कर भारत, नेपाल और भूटान पहुंच रहे हैं. अब तक लगभग 1000 छात्र भारत लौटे हैं.
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, 778 भारतीय छात्र बांग्लादेश के अलग-अलग हिस्सों से भारत लौटे हैं. मंत्रालय ने कहा है कि 200 छात्र नियमित विमानों से स्वदेश पहुंचे हैं. वहीं बीते दिन शुक्रवार को 363 लोग दावकी जांच चौकी के जरिये मेघालय पहुंचे. इनमें 204 भारतीय, 158 नेपाली और एक भूटानी नागरिक शामिल थे. इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज यानि रविवार को कहा कि तृणमूल कांग्रेस(TMC) के नेतृत्व वाली राज्य सरकार हिंसा प्रभावित बांग्लादेश से आने वाले लोगों को शरण देंगे, 'यदि वे हमारे दरवाजे खटखटाते हैं.'
कोलकाता में भारी बारिश के बीच टीएमसी की विशाल 'शहीद दिवस' रैली को संबोधित करते हुए सीएम ममता बनर्जी ने कहा, 'मैं बांग्लादेश के बारे में कुछ नहीं बोल सकती, क्योंकि वह एक अलग देश है. भारत सरकार इस बारे में बात करेगी. लेकिन अगर असहाय लोग (बांग्लादेश से) बंगाल का दरवाजा खटखटाते हैं, तो हम उन्हें शरण देंगे. संयुक्त राष्ट्र का एक प्रस्ताव है। पड़ोसी देश शरणार्थियों का सम्मान करेंगे.' इस बीच सीएम ममता ने आगे कहा कि मैं बंगाल के उन निवासियों को हर संभव सहयोग का आश्वासन देती हूं जिनके रिश्तेदार हिंसा प्रभावित बांग्लादेश में फंसे हुए हैं.
इस दौरान सीएम ममता बनर्जी ने कार्यक्रम में उपस्थित समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव की भी उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनावों में उनकी पार्टी के प्रदर्शन के लिए सराहना की. उन्होंने कहा, 'केंद्र की सरकार लंबे समय तक नहीं चलेगी. यह स्थिर सरकार नहीं है और जल्द ही गिर जाएगी. आपने उत्तर प्रदेश में जो 'खेल' खेला, उससे भाजपा सरकार को इस्तीफा देना चाहिए था, लेकिन बेशर्म सरकार एजेंसियों और अन्य साधनों का दुरुपयोग करके सत्ता में बनी हुई है. '
इस बीच रैली को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, "बंगाल की जनता ने भाजपा से लड़ाई करके उन्हें पीछे छोड़ दिया है, उत्तर प्रदेश में भी यही हुआ. दिल्ली में सरकार में बैठे लोग कुछ ही दिनों के लिए सत्ता में हैं.' वो सरकार चलने वाली नहीं है, वो सरकार गिरने वाली है '
बांग्लादेश में छात्रों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार की नौकरी कोटा प्रणाली के खिलाफ हैं, जो कुछ खास समूहों के लिए सरकारी नौकरियों का एक बड़ा हिस्सा आरक्षित करती है. ढाका और अन्य शहरों में विश्वविद्यालय के छात्र 1971 में पाकिस्तान से देश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता नायकों के रिश्तेदारों को सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत तक का आरक्षण देने की व्यवस्था के खिलाफ कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं.
अब यह प्रदर्शन उग्र हो चुका है और अब तक इसमें 100 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं. हालांकि मृतकों के बारे में सही आंकड़ा नहीं मिल पाया है. इस बीच अधिकारियों ने मोबाइल और इंटरनेट सेवाओं पर बैन लगा दिया है. वहीं कुछ टेलीविजन समाचार चैनलों में भी कामकाज बंद हो गया है.