अगर वक्फ बोर्ड बन सकता है तो हिंदू बोर्ड क्यों नहीं? साध्वी प्रज्ञा और बागेश्वर बाबा की बड़ी मांग!

बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने हिंदू समाज के लिए 'सनातन बोर्ड' बनाने की मांग की है. उनका कहना है कि जैसे मुस्लिमों के लिए वक्फ बोर्ड है, वैसे ही हिंदुओं के लिए भी एक बोर्ड होना चाहिए, जो उनके धार्मिक और सांस्कृतिक अधिकारों की रक्षा कर सके. दोनों नेताओं का आरोप है कि हिंदू धर्म के धन का सही इस्तेमाल नहीं हो रहा और सरकार से मंदिरों का नियंत्रण मुक्त किया जाना चाहिए. क्या यह मांग भारत सरकार तक पहुंचेगी? जानें पूरी खबर में!

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Edited By: Aprajita

Big Demand By Hindu Saints: हिंदू धर्म के अधिकारों की सुरक्षा और धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए एक नया संगठनात्मक ढांचा बनाने की मांग अब तेज हो गई है. बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री (बागेश्वर बाबा) ने हाल ही में हिंदू समाज के लिए 'सनातन बोर्ड' बनाने की जोरदार वकालत की है. दोनों का कहना है कि जब देश में वक्फ बोर्ड जैसी संस्था मुस्लिमों के लिए बन सकती है, तो हिंदू समाज के लिए एक समर्पित बोर्ड क्यों नहीं बन सकता?

वक्फ बोर्ड की तर्ज पर सनातन बोर्ड की जरूरत

साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि हिंदू धर्म का संचालन कानून के तहत होता है, लेकिन फिर भी हिंदू मंदिरों और ट्रस्टों का नियंत्रण सरकार के हाथों में है. उन्होंने यह भी कहा कि यह बेहद विडंबना है कि हिंदू धर्म के धन का इस्तेमाल केवल हिंदू समाज के हित में नहीं हो रहा है. उनका मानना है कि हिंदू मंदिरों को सरकार से स्वतंत्र किया जाना चाहिए ताकि इस धन का सही तरीके से इस्तेमाल हो सके और सनातन धर्म के विकास में इसका योगदान हो सके. इसके लिए उनका सुझाव है कि 'सनातन बोर्ड' का गठन किया जाना चाहिए, जैसा कि वक्फ बोर्ड मुस्लिम समुदाय के लिए है.

बागेश्वर बाबा का समर्थन

इसी मुद्दे को और बल देते हुए, बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने भी स्पष्ट रूप से कहा कि हिंदू समाज अब अपनी सहिष्णुता को खोता जा रहा है और उसे अपनी रक्षा के लिए संगठित होने की जरूरत है. उन्होंने सवाल उठाया, 'जब देश में वक्फ बोर्ड है, तो हिंदू समाज के लिए एक समर्पित बोर्ड क्यों नहीं बन सकता?' उनका कहना था कि यह बोर्ड हिंदू धर्म, समाज और संस्कृति की रक्षा करेगा और हिंदू समुदाय के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा.

हिंदू विरोधी गतिविधियों पर कड़ी प्रतिक्रिया

साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार के तहत हिंदू समाज के साथ न्याय हो रहा है, लेकिन देश में कुछ ऐसे लोग और ताकतें सक्रिय हैं, जो हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने में कोई कसर नहीं छोड़तीं. उन्होंने इसे हिंदू धर्म पर कुठाराघात करार देते हुए कहा कि यह बिल्कुल सहन नहीं किया जाएगा. उनका मानना है कि हिंदू समाज के खिलाफ षड्यंत्र और चालबाजियों को अब रोका जाना चाहिए और इस मामले में एक सशक्त हिंदू बोर्ड की आवश्यकता है जो हिंदू धर्म की सुरक्षा कर सके.

भारत सरकार से सवाल

बागेश्वर बाबा ने यह भी पूछा कि अगर अन्य धर्मों के लिए बोर्ड बनाए जा सकते हैं, तो हिंदू समाज के लिए क्यों नहीं? उनका कहना था कि यह केवल हिंदू समाज के धार्मिक अधिकारों की रक्षा के लिए नहीं, बल्कि उनकी सामाजिक और सांस्कृतिक पहचान की सुरक्षा के लिए भी जरूरी है. उन्होंने हिंदू समाज के खिलाफ बढ़ते हमलों के बीच सरकार से इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करने की अपील की है.

एक नया कदम या फिर बयानों की राजनीति?

यह दोनों बयान देशभर में चर्चा का विषय बन गए हैं. अब सवाल यह उठता है कि क्या सरकार इस मांग को गंभीरता से लेगी और हिंदू समाज के लिए एक समर्पित बोर्ड बनाने की दिशा में कदम उठाएगी? या यह सिर्फ एक और राजनीतिक बयानबाजी बनकर रह जाएगा? बहरहाल, साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और बागेश्वर बाबा ने सनातन बोर्ड के पक्ष में जो बातें रखी हैं, वह हिंदू समाज के भीतर एक नई बहस की शुरुआत कर सकती हैं.

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16 November 2024, 03:44 PM IST

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