आईआईआईटी इलाहाबाद के छात्र ने जन्मदिन से एक दिन पहले हॉस्टल में की आत्महत्या
भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद के प्रथम वर्ष के एक छात्र ने शनिवार रात छात्रावास परिसर में आत्महत्या कर ली. पुलिस ने बताया कि मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है, लेकिन शुरुआती जांच से पता चला है कि राहुल परीक्षा में फेल होने के बाद से परेशान था. संस्थान ने कहा कि घटना की जांच के लिए एक समिति गठित की गई है.

भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद के प्रथम वर्ष के एक छात्र ने शनिवार रात छात्रावास परिसर में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी. प्रयागराज के झालवा क्षेत्र में यह घटना तेलंगाना के दिव्यांग छात्र राहुल मदाला चैतन्य के 21वें जन्मदिन से ठीक एक दिन पहले हुई.
पुलिस ने बताया कि मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है, लेकिन शुरुआती जांच से पता चला है कि राहुल परीक्षा में फेल होने के बाद से परेशान था. संस्थान ने कहा कि घटना की जांच के लिए एक समिति गठित की गई है और उसे सात दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है.
पुलिस के अनुसार, राहुल ने शनिवार रात करीब 11.55 बजे आईआईआईटी परिसर में अपने छात्रावास की पांचवीं मंजिल से छलांग लगा दी. धूमनगंज के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) अजेंद्र यादव ने कहा कि सूचना मिलने पर पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और उसे अस्पताल ले गई, जहां उसकी मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि छात्र परीक्षा पास करने में असफल होने के कारण पिछले दो-तीन दिनों से परेशान था. उन्होंने बताया कि मामले की विस्तृत जांच की जा रही है. छात्र का परिवार रविवार दोपहर तेलंगाना से प्रयागराज पहुंचा.
राहुल का माँ को अंतिम संदेश
राहुल की मां स्वर्णलता ने बताया कि उन्होंने अपने बेटे से आखिरी बार शनिवार रात को बात की थी. उन्होंने बताया कि उसने मुझे संदेश भेजा था, जिसमें उसने अपने छोटे भाई और पिता का ख्याल रखने को कहा था. उन्होंने बताया कि संदेश देखकर मैं डर गई और उसे फोन किया लेकिन उसका फोन बंद था. फिर मैंने उसके दोस्त को फोन किया जो उसे देखने गया. उसके दोस्त ने वहां से गुजर रहे एक अन्य छात्र से राहुल के बारे में पूछा. फिर उसने अचानक फोन काट दिया. उसने मुझे 10 मिनट बाद फोन किया और बताया कि मेरे बेटे को अस्पताल ले जाया जा रहा है.
स्वर्णलता ने बताया कि रविवार दोपहर को कैंपस पहुंचने पर उन्हें आत्महत्या के बारे में पता चला. उन्होंने बताया कि संस्थान ने उन्हें बताया कि वह छह महीने से कक्षाएं छोड़ रहा था. उन्होंने कहा कि प्रशासन ने हमें इस बारे में पहले कभी कुछ नहीं बताया.
जेईई मेन्स में ईडब्ल्यूएस श्रेणी में एआईआर 52 रैंक
उन्होंने बताया कि राहुल एक अच्छा छात्र था. पिछले साल जेईई मेन्स परीक्षा में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की श्रेणी में उसने अखिल भारतीय स्तर पर 52वीं रैंक हासिल की थी. उन्होंने बताया कि चूंकि उनका बेटा बोल नहीं सकता था, इसलिए वह अक्सर उन्हें वीडियो कॉल करता था.
राहुल के पिता तेलंगाना में टिफिन का व्यवसाय करते हैं. छात्र उनके दो बेटों में बड़ा था. स्वर्णलता ने बताया कि उनका बेटा सिर्फ़ पढ़ाई करता था, टीवी देखता था और फ़ोन पर बातें करता था. उसे इधर-उधर घूमना पसंद नहीं था. हम दोनों के बीच संवाद स्थापित करने के लिए हम स्पीच थेरेपी के लिए जाते थे. अगर उसे कुछ अच्छा खाने को मिलता था या अपनी क्लास से जुड़ी कोई बात होती थी, तो वह हमें बताता था. उन्होंने कहा कि गुरुवार रात को उसने 500 रुपये मांगे थ. मैंने उसे पैसे भेज दिए थे.
आईआईआईटी इलाहाबाद ने जांच पैनल की गठित
आईआईआईटी इलाहाबाद ने एक बयान में कहा कि घटना की गहन जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है. इस समिति में प्रभारी निदेशक जीसी नंदी, प्रोफेसर ओपी व्यास और डीन पवन चक्रवर्ती (एसए) शामिल हैं. समिति को एक सप्ताह के भीतर निदेशक मुकुल शरद सुताओन को रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है. संस्थान ने कहा कि उसने इस मामले पर विचार करने के लिए कई सदस्यों वाली एक उप-समिति के गठन की भी सिफारिश की है, जिसमें अधिकतर छात्र समुदाय से होंगे.