Mahakumbh 2025: महाकुंभ 2025 की शुरुआत 13 जनवरी से हो चुकी है और यह आयोजन 26 फरवरी तक जारी रहेगा। इस बार कुंभ मेला सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है, क्योंकि हर रोज कुछ न कुछ नया देखने को मिल रहा है। अब इसी महाकुंभ में एक ऐसा बाबा आया है, जिसने सभी को चौंका दिया है। यह बाबा कोई साधारण बाबा नहीं, बल्कि एक आईआईटी बॉम्बे से ग्रेजुएट हैं और फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते हैं। जी हां, इस बाबा का नाम अभय सिंह है, और इनका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
आईआईटी बॉम्बे से ग्रेजुएट, अब साधु के रूप में कुंभ में!
अभय सिंह, जो कि एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में आईआईटी बॉम्बे से ग्रेजुएट हैं, ने महाकुंभ में अपनी आध्यात्मिक यात्रा की शुरुआत की है। उनका मानना है कि संसारिक मोह माया से दूर रहकर शांति और सुकून की प्राप्ति होती है, और इसीलिए वह सनातन संस्कृति की ओर आकर्षित हुए हैं। अभय सिंह का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते हुए आज़ादी का मतलब बताते नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि जीवन में सुकून पाने के लिए हमें हमेशा मुस्कुराते रहना चाहिए, क्योंकि मौत कभी भी आ सकती है।
कुंभ में आईआईटीयन बाबा का योगदान: आध्यात्मिक यात्रा से सोशल मीडिया तक!
अभय सिंह सोशल मीडिया पर अपनी आध्यात्मिक यात्रा से जुड़े वीडियो नियमित रूप से पोस्ट करते रहते हैं। अब वह अपनी यात्रा के दौरान महाकुंभ पहुंचे हैं, जहां उन्होंने गंगा में डुबकी लगाई। इस बीच, उनका वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें वह बिना किसी संकोच के अंग्रेजी बोलते हुए आध्यात्मिकता की बात कर रहे हैं। इसके बाद से वह सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियों में हैं। उनका दावा है कि वह संसारिक जीवन से हटकर अपनी आत्मिक यात्रा पर निकल पड़े हैं।
साधु का रूप, लेकिन आईआईटी का दिमाग!
महाकुंभ में एक आईआईटीयन बाबा का होना अपने आप में एक अनोखी घटना है। आम तौर पर हम साधुओं को पारंपरिक रूप में ही देखते हैं, लेकिन अभय सिंह ने इस धारणा को बदलकर दिखाया है। उनकी यह यात्रा केवल एक आध्यात्मिक खोज नहीं, बल्कि आधुनिक और पारंपरिक जीवन के बीच का एक बेहतरीन मेल भी है। उनकी यात्रा ने यह साबित कर दिया है कि चाहे आप किसी भी क्षेत्र से जुड़े हों, आत्मिक शांति की तलाश हर किसी के अंदर होती है।
बाबा अभय सिंह का संदेश: खुश रहो, मुस्कुराओ और हमेशा आगे बढ़ते रहो!
अभय सिंह की आध्यात्मिक यात्रा हमें यह सिखाती है कि जीवन में सुकून और शांति पाने के लिए हमें हमेशा सकारात्मक रहना चाहिए। उनके वीडियो से यह संदेश मिलता है कि हम सभी को अपनी जड़ों से जुड़कर अपनी आंतरिक शांति की ओर बढ़ना चाहिए, चाहे वह किसी भी रास्ते से हो।
यह वीडियो और अभय सिंह की यात्रा न केवल सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, बल्कि यह लोगों को अपनी आंतरिक यात्रा पर सोचने को भी मजबूर कर रही है। क्या आप भी इस अनोखी यात्रा का हिस्सा बनना चाहेंगे? First Updated : Tuesday, 14 January 2025