Impact of Cyclone Dana: चक्रवात ‘दाना’ ने बंगाल की खाड़ी से उठकर अब अपनी रफ्तार पकड़ ली है. इसकी दस्तक से ओडिशा में तेज बारिश और पश्चिम बंगाल में आंधी-तूफान की स्थिति उत्पन्न हो गई है. मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात की रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है और यह शुक्रवार की सुबह ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों से टकराने की संभावना है. इससे पहले ही NDRF और SDRF की टीमें दोनों राज्यों में तैनात कर दी गई हैं.
चक्रवात ‘दाना’ का रास्ता
चक्रवात ‘दाना’ अभी ओडिशा के तट के निकट स्थित है और 12 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर और उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है. मौसम विज्ञानियों का कहना है कि यह पुरी और पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप के बीच प्रभाव डालेगा. सबसे ज्यादा असर ओडिशा में पड़ेगा, जहां 10 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की योजना बनाई गई है. मुख्यमंत्री मोहन माझी ने बताया कि बुधवार तक 30 फीसदी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है.
श्रद्धालुओं के लिए सावधानियां
पुरी के जगन्नाथ मंदिर में श्रद्धालुओं को न जाने की सलाह दी गई है. प्रशासन ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यहां सभी तैयारियां कर ली हैं. CCTV कैमरों को सुरक्षित रखने के लिए विशेष उपाय किए जा रहे हैं. इसी तरह कोणार्क में सूर्य मंदिर को भी दो दिन के लिए बंद कर दिया गया है.
भारी बारिश और तेज हवाओं की संभावना
बंगाल के तटीय क्षेत्रों में पहले से ही मध्यम से भारी बारिश शुरू हो चुकी है. कोलकाता में भी बारिश का सिलसिला जारी है. IMD की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, झारग्राम, कोलकाता, हावड़ा और हुगली जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है.
सरकारों की तैयारियां
ओडिशा और पश्चिम बंगाल की सरकारें पूरी तरह अलर्ट मोड में हैं. ममता बनर्जी ने निचले इलाकों में रहने वाले 3.5 लाख लोगों की पहचान की है, जिन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. ओडिशा के मुख्यमंत्री ने भी राहत कार्यों की समीक्षा की है.
परिवहन सेवाओं में रुकावट
चक्रवात की चेतावनी को देखते हुए भुवनेश्वर का बीजू पटनायक इंटरनेशनल एयरपोर्ट 16 घंटे के लिए बंद कर दिया गया है. इसके साथ ही, पूर्वी रेलवे ने अपने सियालदह मंडल में 190 लोकल ट्रेनों को रद्द कर दिया है. सड़क पर भी पेड़ गिरने की घटनाएं बढ़ गई हैं, जिससे आवागमन प्रभावित हुआ है.
चक्रवात ‘दाना’ का खतरा अभी टला नहीं है और दोनों राज्यों के लिए इसे लेकर सतर्कता बरतने की जरूरत है. सभी तैयारियां जारी हैं और सरकारें प्रभावित लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं. First Updated : Thursday, 24 October 2024