अपने नेताओं पर अनुशासन और शिष्टाचार लागू करें , PM मोदी से ऐसा क्यों बोले खड़गे

Kharge Letter To PM Modi: कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है. इस पत्र में खड़गे ने पीएम मोदी से अपने नेताओं पर अनुशासन और शिष्टाचार लागू करने की मांग की है. खगड़े का यह पत्र हाल ही में बीजेपी और उसके गठबंधन सहयोगी नेताओं द्वारा राहुल गांधी को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों के बाद आया है.

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Kharge Letter To PM Modi: कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और गठबंधन के नेताओं पर 'अनुशासन और शिष्टाचार लागू करने के लिए कहा, जिसमें लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ 'अत्यधिक आपत्तिजनक, हिंसक और असभ्य बयान" का हवाला दिया गया.  सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पत्र प्रति साझा  करते हुए पहले तो खड़गे ने  पीएम मोदी को उनके जन्मदिन की शुभकामनाएं दी. इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू, भाजपा नेता तरविंदर सिंह मारवाह और शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ द्वारा राहुल गांधी के खिलाफ हाल ही में दिए गए बयानों के बारे में लिखा. 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अपने पत्र में खड़गे ने कहा, ' आपको पता होगा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता श्री राहुल गांधी के खिलाफ़ बेहद आपत्तिजनक, हिंसक और असभ्य बयानों की एक श्रृंखला जारी है.  भाजपा और उसके सहयोगी दलों के नेताओं द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली 'हिंसक भाषा' को बताते हुए खड़गे ने कहा कि यह प्रवृत्ति 'भविष्य के लिए खतरनाक' है.'  उन्होंने लिखा, 'दुनिया हैरान है कि केंद्र सरकार में रेल राज्य मंत्री, भाजपा शासित उत्तर प्रदेश के एक मंत्री, लोकसभा में विपक्ष के नेता को 'नंबर वन आतंकवादी' कह रहे हैं. 

खड़गे ने पत्र में क्या-क्या लिखा? 

इसके साथ ही खड़गे से आगे कहा कि महाराष्ट्र में आपकी सरकार में सहयोगी दल के एक विधायक ने विपक्ष के नेता की 'जीभ काटने' वाले को 11 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है. दिल्ली में एक भाजपा नेता और पूर्व विधायक उनका 'हश्र दादी जैसा' करने की धमकी दे रहे हैं.  

खड़गे ने भारतीय संस्कृति का भी किया जिक्र

खड़गे ने कहा, 'भारतीय संस्कृति अहिंसा, सद्भाव और प्रेम के लिए पूरी दुनिया में जानी जाती है.  हमारे नायकों ने राजनीति में इन बिंदुओं को मानक के रूप में स्थापित किया. गांधी जी ने ब्रिटिश शासन के दौरान ही इन मानकों को राजनीति का अहम हिस्सा बना दिया था.  आजादी के बाद संसदीय क्षेत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सम्मानजनक समझौतों का लंबा इतिहास रहा है.  इसने भारतीय लोकतंत्र की प्रतिष्ठा को बढ़ाने का काम किया.'

उन्होंने आगे लिखा कि इस मामले को लेकर कांग्रेस के करोड़ों कार्यकर्ता और नेता बेहद आंदोलित और चिंतित हैं क्योंकि ऐसी नफरत फैलाने वाली ताकतों के कारण ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को अपने प्राणों की आहुति देनी पड़ी थी. सत्ता पक्ष का यह राजनीतिक व्यवहार लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे असभ्य उदाहरण है.

 'PM मोदी से किया अनुरोध' 

पीएम मोदी से अपने नेताओं पर अनुशासन और मर्यादा लागू करने का अनुरोध करते हुए कहा कि उन्हें उचित व्यवहार करने का निर्देश दें.  ऐसे बयानों के लिए सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भारतीय राजनीति को पतित होने से रोका जा सके. कुछ भी अप्रिय न हो. उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि आप यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करेंगे कि ये नेता तुरंत हिंसक बयान देना बंद कर दें. 

राहुल गांधी को लेकर इन नेताओं ने दिए विवादित बयान 

खड़गे का पीएम मोदी को पत्र केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू द्वारा राहुल गांधी को नंबर एक आतंकवादी और भारत का सबसे बड़ा दुश्मन कहे जाने के कुछ दिनों बाद आया है. भाजपा नेता तरविंदर सिंह मारवाह को भी कथित तौर पर यह कहते हुए रिकॉर्ड किया गया था कि राहुल गांधी आज नहीं तो आने वाले समय में तेरा भी वही हाल होगा जो तेरी दादी का हाल हुआ.

महाराष्ट्र और केंद्र दोनों में भाजपा की सहयोगी शिवसेना के विधायक संजय गायकवाड़ ने भी एक विवादित बयान में कहा कि राहुल गांधी की जीभ काटने वाले को 11 लाख रुपये देने की पेशकश की गई है. यह विवादित बयान तब दिया गया जब राहुल गांधी ने अमेरिका में एक कार्यक्रम के दौरान सिखों पर अपनी टिप्पणी से राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया था.

First Updated : Tuesday, 17 September 2024