India 75th Republic Day : 80 जवानों को वीरता पुरस्कार से किया जाएगा सम्मानित, जानिए परमवीर, महावीर और वीर चक्र में क्या है अंतर
Republic Day 2024 : गणतंत्र दिवस समारोह के मौके पर 80 सशस्त्र बल कर्मियों को वीरता पुरस्कार से स्म्मानित किया जाएगा. आज हम परमवीर चक्र, महावीर चक्र और वीर चक्र के बारे में विस्तार के जानेंगे.
Republic Day 2024 : भारत शुक्रवार 26 जनवरी को अपना 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. आज ही के दिन 26 जनवरी, 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ था, तभी से इस दिन को संविधान दिवस या गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है. 75वें गणतंत्र की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 80 सशस्त्र बल कर्मियों के लिए वीरता पुरस्कारों में मंजूरी दी. वीरता पुरस्कारों की शुरुआत वर्ष 1950 से की गई थी, तब तीन कैटेगरी में यह पुरस्कार दिए गए थे-परमवीर चक्र, महावीर चक्र और वीर चक्र शामिल है. आज हम विस्तार से इन तीनों में अंतर को जानेंगे. हालांकि बाद में इन पुरस्कारों में 3 और वीरता पुरस्कारों की शुरुआत हुई.
आज 80 कर्मियों को किया जाएगा सम्मानित
75वें गणतंत्र दिवस समारोह के मौके पर 80 सशस्त्र बल कर्मियों को वीरता पुरस्कार से स्म्मानित किया जाएगा. इनमें 12 सुरक्षाकर्मियों को मरणोपरांत, 6 सुरक्षाकर्मियों को कीर्ति चक्र, जिनमें 3 कर्मियों मरणोपरांत इस मेडल को दिया जाएगा. इसके अलावा 16 सुरक्षाकर्मियों को शौर्य चक्र से नवाजा जाएगा, जिनमें 2 कर्मियी को मरणोपरांत पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. वहीं 53 कर्मियों को सैन्य पदक दिया जाएगा, जिनमें 7 मरणोपरांत मेडल दिया जाएगा. एक नाव सेना पदक और चार वायु सेना पदक भी दिए जाएंगे.
परमवीर चक्र
परमवीर चक्र सेना में मिलने बड़ा सबसे बड़ा वीरता पुरस्कार है. यह सम्मान सेना के उन जवानों को दिया जाता है, जिन्होंने दुश्मन की मौजूदगी में बहादुरी, वीरता, आत्म-बलिदान के साहसी कार्य किया हो. यह वॉर टाइम में साहसी प्रदर्शन करने के लिए दिया जाता है. यह मेडल गोलाकार होता है जो कांस्य से बना होता है. इसमें 1.38 इंच का व्यास औऱ ऊपर केंद्र ऊभरी हुए राज्य के प्रतीक के साथ इन्द्र के बज्र की चार प्रतिकृतियां बनी होती है. पिछले भाग पर हिंदी और अंग्रेजी के बीच में दो कमल के फूलों के साथ हिंदी और अंग्रेजी में परम वीर चक्र लिखा होता है. इसमें सादा बैंगनी रंग का फीता होता है.
महावीर चक्र
यह वीरता के लिए मिलने वाला दूसरा बड़ा पुरस्कार है. यह दुश्मन के सामने हवा, जल या जमीन पर असाधारण वीरता का परिचय देने वाले सेना के जवानों को दिया जाता है. महावीर चक्र भी युद्ध के समय वीरता के लिए दिया जाता है. यह सैनिकों को असाधारण वीरता या प्रकट शूरता या बलिदान के लिए दिया जाता है. यह स्टैणडर्ड सिल्वर से बना गोलाकार होता है.
इसके ऊपरी भाग में पांच कोनों वाला उभरा हुआ तारा होता है, जिसके कोने गोलाकार किनारों को छू रहे हैं. इसका व्यास 1.38 इंच का है केंद्र में राज्य का प्रतीक बना हुआ है. मेडल में तारा पॉलिश किया है और केंद्र भाग में स्वर्ण-कलई में है. पिछले भाग में हिंदी भाषा के बीच में दो कमल के फूल के साथ दोनों ही भाषा में महावीर चक्र लिखा हुआ है और इसका फीता सफेद और आधा नारंगी रंग का है.
वीर चक्र
वीर चक्र दुश्मन को हराकर दिखाई गई वीरता के लिए दिए जाने वाला तीसरा बड़ा सम्मान है. यह मरणोपरांत भी दिया जा सकता है. यह मेडल स्टैंडर्ड सिल्वर से बना गोलाकार होता है. इसके ऊपरी भाग पर पांच कोनों वाला उभरा हुआ तारा होता है, जिसके कोने गोलाकार किनारों को छूते हैं. बीच में राज्य का प्रतीक, तारा पॉलिश किया होता है. पिछले भाग में हिंदी और अंग्रेजी शब्दों के बीच में दो कमल के फूलों के साथ हिंदी और अंग्रेजी में वीर चक्र लिखा होता है. वीर चक्र मेडल का फीता आधार नीला और आधा नारंगी रंग का है.