दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच तीखी राजनीति चल रही है.इस दौरान इंडिया गठबंधन के भविष्य को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह गठबंधन खत्म हो चुका है.इन सवालों का जवाब दिया है इंडिया गठबंधन के प्रमुख नेता शरद पवार ने.मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन केवल राष्ट्रीय चुनावों के लिए बना है, इसका विधानसभा चुनावों से कोई लेना-देना नहीं है.उन्होंने यह भी साफ किया कि राज्य स्तर के चुनावों पर कभी इंडिया गठबंधन में कोई चर्चा नहीं हुई।
शरद पवार ने अपने बयान में यह भी कहा कि उन्होंने आरएसएस की विचारधारा का समर्थन नहीं किया है, बल्कि उन्होंने सिर्फ आरएसएस कार्यकर्ताओं की मेहनत की सराहना की थी. उनका कहना था कि जैसे आरएसएस कार्यकर्ता अपनी विचारधारा पर अडिग रहते हैं, वैसे ही उनकी पार्टी को भी ऐसे मजबूत कार्यकर्ताओं की आवश्यकता है.
यह बयान शरद पवार का तब आया जब जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने इंडिया गठबंधन की बैठक न बुलाए जाने पर आपत्ति जताई थी.उमर ने कहा था कि विधानसभा चुनावों के लिए कोई चर्चा नहीं हो रही है और गठबंधन के भविष्य पर भी कोई बात नहीं की जा रही.इस पर संजय राउत ने भी कांग्रेस पर सवाल उठाए थे और कहा था कि कांग्रेस को अपनी सहयोगी पार्टियों से बात करनी चाहिए.इससे पहले ममता बनर्जी ने भी इंडिया गठबंधन के नेतृत्व का दावा किया था और उनका समर्थन शरद पवार और लालू यादव ने किया था।
शरद पवार के इस बयान के बाद यह माना जा रहा है कि इंडिया गठबंधन का मुख्य उद्देश्य अब लोकसभा चुनाव तक है, जो कि 2029 में होंगे.दिल्ली चुनाव के बाद बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में विधानसभा चुनाव होंगे.यदि शरद पवार का बयान सही माना जाए, तो बिहार में लालू यादव और पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी गठबंधन का फैसला करेंगी. First Updated : Tuesday, 14 January 2025