ड्रैगन को समझ आई भारत की ताकत! गलवान झड़प के बाद ब्रिक्स में PM मोदी और शी जिनपिंग की मुलाकात

BRICS Summit: भारत और चीन के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव में अब एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है. प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को रूस के कजान में 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय वार्ता की.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

PM Modi and Xi Jinping Meeting: भारत और चीन के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव में अब एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है. गलवान घाटी में चीन द्वारा भारत पर किए गए हमले के बाद, हाल ही में भारत ने एक समझौते की घोषणा की है, जिसके तहत दोनों देशों के बीच गतिरोध समाप्त हो गया है. इस समझौते के तहत दोनों देश अब आगे की योजना पर काम करने के लिए सहमत हो गए हैं. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बुधवार को रूस के कजान में 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान एक महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठक की. यह मुलाकात खास है क्योंकि यह गलवान झड़प के बाद दोनों नेताओं के बीच पहली बार हो रही है.

ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान, चीन ने भी स्वीकार किया कि पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में जारी गतिरोध खत्म हो गया है. भारत ने इसे अपनी दृढ़ कूटनीति का परिणाम बताया है. भारतीय सेना ने कहा है कि अब विश्वास बहाली की प्रक्रिया शुरू होगी, जिससे दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार की उम्मीद है.

PM मोदी और शी जिनपिंग की मुलाकात क्यों है खास

PM मोदी और शी जिनपिंग की  बैठक ऐसे समय में हुई है जब पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर हाल ही में हुए गश्त और पीछे हटने की बात पर समझौते हुए हैं. नए समझौते के तहत, भारतीय सैनिक अब देपसांग और डेमचोक क्षेत्रों में अपने पुराने गश्त बिंदुओं तक गश्त कर सकते हैं. इससे यह संकेत मिलता है कि भारत-चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर स्थिति में सुधार हो रहा है. दोनों नेताओं के बीच बातचीत से न केवल सीमा विवाद का समाधान निकल सकता है, बल्कि क्षेत्र में शांति और स्थिरता को भी बढ़ावा मिल सकता है.

भारत-चीन का तनाव होगा खत्म?

बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब  जब मोदी और जिनपिंग मिले हैं. बल्कि इससे पहले नवंबर 2020 में, दोनों नेताओं ने जी 20 सम्मेलन में एक संक्षिप्त बातचीत की थी. हालांकि, उस दौरान बैठक औपचारिक थी. इस बार की बैठक अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि दोनों देशों के बीच तनाव कम करने का प्रयास किया जा रहा है. यह बैठक भारत और चीन के बीच संबंधों में सुधार का एक महत्वपूर्ण कदम है.

मोदी और पुतिन की बैठक

प्रधानमंत्री मोदी ने शिखर सम्मेलन से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ भी द्विपक्षीय वार्ता की. इस दौरान मोदी ने रूस-यूक्रेन विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि भारत इस मुद्दे पर हर संभव सहयोग देने के लिए तैयार है. 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में यह चर्चा यह दर्शाती है कि वैश्विक मुद्दों को सुलझाने के लिए संवाद और सहयोग कितना जरूरी है.

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23 October 2024, 07:10 PM IST

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