India-Pakistan: अगर भारत में शामिल हो गया POK तो क्या बदलेगा उसके बाद?

पीओके सिर्फ जमीन का टुकड़ा भर नहीं है, देश की भौगोलिक रचना से लेकर राजनीतिक और वैश्विक समीकरण में इसकी भूमिका है.

Akshay Singh
Edited By: Akshay Singh

India-Pakistan: भारत की वर्तमान सरकार अक्सर खुलकर कहती आई है कि पाक अधिकृत कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और वह इसे वापस जरूर हासिल करेंगे. भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले कुछ सालों से हर प्रकार की बातचीत बंद है जिसमें POK एक अहम मसला है. पाक अधिकृत कश्मीर को लेकर भाजपा सरकार की प्रतिबद्धता का अंदाजा गृह मंत्री अमित शाह के उसी बयान से लगाया जा सकता है जो उन्होंने संसद में अनुच्छेद 370 और 35ए हटाते वक्त कहे थे. शाह ने सीना तान कर कहा था कि क्या बात करते हैं.., कश्मीर हमारा अभिन्न अंग है और हम इसके लिए जान दे देंगे. 

धारा 370 हटने के बाद अब जम्मू कश्मीर की तस्वीर पहले से काफी बदली है. जिस लाल चौक पर कभी तिरंगा फहराना संभव नहीं हो पा रहा था आज वहां शान से राष्ट्रगान गाया जाता है और शोभा यात्राएं निकाली जाती है. ऐसे में लोगों को यह भी लगने लगा है कि मोदी सरकार जल्द ही पाक अधिकृत कश्मीर पर भी कोई बड़ा निर्णय लेने वाली है. 

पीओके सिर्फ जमीन का टुकड़ा भर नहीं है, देश की भौगोलिक रचना से लेकर राजनीतिक और वैश्विक समीकरण में इसकी भूमिका है. चलिए बताते हैं कि जब कश्मीर भारत में शामिल हो जाएगा तो उससे क्या बदलने वाला है. 
टूट जाएगा चीन से संपर्क
पीओके के भारत में शामिल होने से वैश्विक समीकरण बदल सकता है. जिसमें सबसे पहले तो पाकिस्तान और चीन के बीच जमीनी संबंध टूट जाएगा. बता दें कि चीन और पाकिस्तान के बीच सारा व्यापार और संपर्क पाक अधिकृत कश्मीर से ही होता है. चीन का ड्रीम प्रोजेक्ट सीपैक भी पाक अधिकृत कश्मीर के बीच से ही होकर जा रहा है. अगर पीओके भारत का हो गया तो दोनों देशों की दूरिया बढ़ जाएंगी जिससे सीधा लाभ भारत को मिलेगा. 
जुड़ जाएगी अफ्गानिस्तान से सीमा 
इसी के साथ ही पीओके भारत में आ जाने से अफगानिस्तान के साथ हमारी सीधी अंतर्राष्ट्रीय सीमा जुड़ने लगेगी जससे अफगानिस्तान के साथ भारत के व्यापार में बढ़ोत्तरी होगी और अफगानिस्तान तक पहुंचने के लिए हमारी पाकिस्तानी मार्ग पर निर्भर्ता भी खत्म हो जाएगी.
 अर्थव्यवस्था को मिलेगा लाभ
पाक अधिकृत कश्मीर प्राकृतिक संसाधनों का खजाना है. फिलाहाल पाकिस्तान की शह पर चीन इस खजाने को दोनों हाथों से लूटने में लगा हुआ है. अगर यह हिस्सा भारत में शामिल होता है तो इसके बल पर भारत की अर्थव्यवस्था में उछाल आ सकता है. यहां से अच्छी खासी मात्रा में हाइड्रोइलेक्ट्रिक जनरेट किया जा सकता है. 
आतंक पर लगेगी लगाम
पाकिस्तान की आतंक की फैक्ट्री का बड़ा हिस्सा भी इसी जगह से चलाया जाता है. अगर पीओके हमारा हो जाता है तो आतंकवाद पर अपने आप ही लगाम लग जाएगी. 
मध्य एशिया में बढ़ेगी धाक 
पीओके के भारत में मिल जाने से मध्य एशिया तक भारत की पहुंच हो जाएगी जिससे इस क्षेत्र कई देशों में हमारा प्रभाव बढ़ जाएगा. 
 

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21 September 2023, 07:55 PM IST

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