India Population After 1947: जानिए साल 1947 के बाद से आखिर कितनी बढ़ी भारत में आबादी और हिंदू -मुस्लिम की जनसंख्या?
India Population After 1947: हमारे देश को अंग्रेजों से साल 1947 में आज़ादी मिली थी.आज़ादी के बाद मुसलमान 5 गुना बढ़ गए, तो वहीं इससे 3 गुना ज़्यादा हिन्दुओं की भी संख्या बढ़ी.
India Population After 1947
India Population After 1947: हमारे देश को अंग्रेजों से साल 1947 में आज़ादी मिली थी. जिसके बाद से बड़ी ही तेज़ी से देश में आबादी बढ़ रही है. साल 1947 के बाद से भारत में अब तक करीब 3 गुना से भी ज़्यादा की जनसंख्या हो गयी है.
स्वतंत्र भारत की 'पहली जनगणना
साल 1951 में स्वतंत्र भारत की 'पहली जनगणना' ('First Census') हुई थी, उस समय भारत की जनसंख्या 36 करोड़ थी.
आखिरी जनगणना साल 2011 में हुई
वहीं इसके बाद आखिरी जनगणना साल 2011 में हुई (The last census was held in the year 2011) जिसमें भारत की जनसंख्या 120 करोड़ तक पहुंच गयी.
भारत की आज़ादी
भारत की आज़ादी के बाद मुसलमान 5 गुना बढ़ गए, तो वहीं इससे 3 गुना ज़्यादा हिन्दुओं की भी संख्या बढ़ी.
मुसलमानों की संख्या
हिन्दुओं की आबादी 1951 में 30 करोड़ थी जिसके बाद साल 2011 तक यह 96.6 करोड़ हो गयी, जिसमें मुसलमानों की संख्या 3.5 करोड़ से बढ़कर 17. करोड़ और ईसाइयों की 80 लाख से बढ़कर 2.8 करोड़ हो गयी है.
population of major religions
साल 1951 से 2011 तक के दौरान भारत देश में लगभग हर प्रमुख धर्मों की आबादी (population of major religions) बढ़ी है.
From Christian to Sikh, Buddhist and Jain clan
जिसमें ईसाई से लेकर सिख, बौद्ध और जैन कुल, (From Christian to Sikh, Buddhist and Jain clan) भारतीय जनसंख्या का 6 फीसदी हिस्सा बन गया है. मुस्लिम धर्म की आबादी भारत में कुल 14.2 फीसदी हिस्सा है.
30 हज़ार भारतीय
साल 2011 की जनगणना के अनुसार करीब 30 हज़ार भारतीयों ने खुद को नास्तिक बताया है.