Under Water Metro: भारत की जनता को 6 मार्च को देश की पहली अंडरवाटर मेट्रो मिलने वाली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ट्रेन का उद्घाटन करेंगे. अंडरवाटर मेट्रो हावड़ा और एस्प्लेनेड के बीच दौड़ेगी. इसके लिए केंद्र सरकार ने करोड़ों रुपये खर्च किए हैं. यह मेट्रो हुगली नदी के तल से 32 मीटर नीचे चलेगी. इसका सफर बहुत ही खास और रोमांचक होने वाला है. सूत्रों के अनुसार इस ट्रेन का डिजाइन बहुत ही अलग अंदाज में तैयार किया गया है. अंडरवाटर मेट्रो में यात्री करना एक अलग अनुभव होगा. आगे पर इस ट्रेन की सुविधा के बारे में जानेंगे.
हावड़ा-एस्प्लेनेड मेट्रो टनल भारत में किसी भी नदी के नीचे बनी पहली सुरंग है. साथ ही हावड़ा मेट्रो स्टेशन भारत का सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन है. साथ ही माजेरहाट मेट्रो स्टेशन भी इंजीनियरिंग का अनोखा चमत्कार है. यह रेलने ट्रैक प्लेफ़र्मों के बिल्कुल ऊपर बनाया गया एकनमात्र मेट्रो स्टेशन है. जानकारी के अनुसार कोलकाता मेट्रो का काम कई चरणों में आगे बढ़ा है. वर्तमान चरण में शहर के ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर के लिए नदी के नीचे सुरंग बनाई गई है.
एक रिपोर्ट में बताया गया कि अंडरवाटर मेट्रो को चालने के लिए बैटरी का भी उपयोग किया जाएगा. अंडरवाटर मेट्रो में बेहतर और बगैर किसी रुकावट के इंटरनेट सेवा मिलेगी. इसके लिए Airtel हाई कैपेसिटी का नोड्स तैनात करेगा. इस सेवा की मदद से मेट्रो में यात्रियों को बिना किसी बाधा के इंटरनेट सेवा मिल सकेगी.
हावड़ा मैदान, हावड़ा स्टेशन, महाकरन और एस्प्लेनेड स्टेशन पर मिलेगी. इन चारों स्टेशनों को 4.8 किमी की दूरी तक फाइबर के जरिए जोड़ा गया है. पहली अंडरवाटर मेट्रो यह भारत की पहली अंडरवाटर मेट्रो है. इसे जून, 2024 में आम जनता के लिए शुरू कर दिया जाएगा. अंडरवाटर मेट्रो का पहला ट्रायल 12 अप्रैल. 2023 में हावड़ा मैदान से एस्प्लेनेड तक हुआ था. इसकी कुल लंबाई लगभग 16.5 किमी है. इसमें से 10.8 किमी जमीन के अंदर से गुजरेगा. बाकी 5.75 किमी का प्रोजेक्ट जमीन के ऊपर तैयार किया गया है. First Updated : Monday, 04 March 2024