गाजा पर बमबारी के बाद भारत ने रखी अपनी बात, बंधकों की रिहाई और फिलिस्तीनियों को मानवीय सहायता...
भारत ने गाजा के हालात पर गंभीर चिंता जताई है और सभी बंधकों की तुरंत रिहाई की अपील की है. साथ ही वहां के लोगों को लगातार मानवीय सहायता देने पर भी जोर दिया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने X पर साफ कहा कि गाजा के हालात चिंताजनक हैं और मदद रुकनी नहीं चाहिए. भारत का यह बयान क्यों अहम है? क्या आगे कोई ठोस कदम उठाएगा भारत? जानिए पूरी खबर...

India Stands Firm on Gaza: गाजा में लगातार बढ़ रहे संघर्ष और मानवीय संकट को देखते हुए भारत ने चिंता व्यक्त की है. भारत ने साफ तौर पर कहा कि सभी बंधकों की जल्द से जल्द रिहाई होनी चाहिए और गाजा के नागरिकों को आवश्यक मानवीय सहायता मिलती रहनी चाहिए.
बुधवार को भारत की ओर से यह बयान जारी किया गया जिसमें गाजा में फंसे बंधकों की रिहाई और वहां के लोगों को राहत सामग्री उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (Twitter) पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, 'हम गाजा की स्थिति को लेकर चिंतित हैं. यह बहुत जरूरी है कि सभी बंधकों को तुरंत रिहा किया जाए. साथ ही गाजा के लोगों को मानवीय सहायता की निरंतर आपूर्ति जारी रहनी चाहिए.
गाजा में लगातार खराब हो रहे हालात
गाजा में बीते कुछ महीनों से हालात बेहद नाजुक बने हुए हैं. भारी संघर्ष के कारण हजारों लोग प्रभावित हो रहे हैं. कई निर्दोष नागरिक मारे जा चुके हैं और बुनियादी सुविधाएं भी बुरी तरह प्रभावित हुई हैं. ऐसे में भारत की यह प्रतिक्रिया बेहद महत्वपूर्ण है. भारत का यह बयान उस समय आया है जब दुनिया के कई अन्य देश भी इस मुद्दे पर अपनी चिंताएं जता रहे हैं और शांति की अपील कर रहे हैं.
भारत का हमेशा से शांति के प्रति समर्थन
भारत हमेशा से शांति और मानवता के पक्ष में खड़ा रहा है. जब भी किसी देश में संघर्ष या संकट की स्थिति पैदा होती है भारत ने हर बार मानवीय सहायता के लिए कदम उठाए हैं. इससे पहले भी भारत ने गाजा के लोगों के लिए राहत सामग्री भेजी थी और आगे भी हरसंभव मदद देने की बात कही है.
बंधकों की रिहाई क्यों है जरूरी?
गाजा संकट में सबसे बड़ी चिंता बंधकों को लेकर है. भारत का मानना है कि किसी भी स्थिति में निर्दोष लोगों को जबरन कैद में रखना उचित नहीं है. इसलिए भारत ने खुले तौर पर यह अपील की है कि सभी बंधकों को जल्द से जल्द रिहा किया जाए ताकि वे सुरक्षित अपने घर लौट सकें.
भारत का मानवीय सहायता पर जोर
भारत सिर्फ बंधकों की रिहाई तक ही सीमित नहीं है बल्कि वहां के लोगों को राहत पहुंचाने के लिए भी अपनी बात रख रहा है. दरअसल गाजा के हालात बेहद गंभीर हैं—खाने-पीने की चीजों की भारी कमी है अस्पतालों में दवाओं की किल्लत बनी हुई है और लोगों को बुनियादी जरूरतों के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है. ऐसे में भारत ने साफ कहा है कि वहां के लोगों को मदद मिलनी चाहिए और यह सहायता बिना रुके जारी रहनी चाहिए.
क्या आगे कोई ठोस कदम उठाएगा भारत?
फिलहाल भारत ने सिर्फ अपनी चिंता और समर्थन जाहिर किया है. लेकिन यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में भारत क्या कोई ठोस कदम उठाएगा या नहीं.
भारत पहले भी इस तरह के अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर अपनी भूमिका निभा चुका है. ऐसे में यह संभव है कि भारत जल्द ही इस मुद्दे पर कोई और बड़ा ऐलान करे या गाजा में मानवीय सहायता भेजने के लिए कोई नया कदम उठाए.
फिलहाल भारत की ओर से यह स्पष्ट संदेश दिया गया है कि शांति बहाल होनी चाहिए बंधकों की जल्द रिहाई जरूरी है और गाजा के लोगों को राहत मिलनी चाहिए.