India UAE Relations: भारत-यूएई अब रुपये और दिरहम में करेंगे कारोबार, पीएम मोदी और राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद के बीच हुआ समझौता
India UAE: अबू धाबी में प्रधानमंत्री मोदी और यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के समक्ष आरबीआइ गवर्नर डॉ शक्तिकांत दास और रिजर्व बैंक आफ यूएई के गवर्नर खालेद मोहम्मद बालमा ने हस्ताक्षर किए.
India UAE Relations: भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच घरेलू करेंसी में कारोबार के लिए समझौता हुआ. अब दोनों देश रुपये और यूएई की मुद्रा दिरहम में कारोबार करेंगे. शनिवार को अबू धाबी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के समक्ष भारतीय रिजर्व बैंक आफ इंडिया के गवर्नर डॉ. शक्तिकांत दास और रिजर्व बैंक आफ यूएई के गवर्नर खालेद मोहम्मद बालमा ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए है.
यूएई के राष्ट्रपति नाहयान से मिलने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि पिछले साल व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) पर हस्ताक्षर के बाद से भारत-यूएई व्यापार में 20 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली है. उन्होंने कहा, "दोनों देशों की मुद्राओं में व्यापार के लिए हुआ समझौता दोनों देशों के बीच मजबूत आर्थिक सहयोग और आपसी विश्वास को दर्शाता है. इससे द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा मिलेगा. हम यूएई संग व्यापार को 85 से बढ़ाकर 100 अरब डालर तक ले जाएंगे."
शनिवार को यूएई पहुंचे थे पीएम मोदी
दरअसल, पीएम मोदी फ्रांस का दौरा करने के बाद एक दिवसीय यूएई की यात्रा के लिए शनिवार को अबू धाबी पहुंचे थे. इस दौरान पीएम मोदी और यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के बीच द्विपक्षीय मुद्दों बहुआयामी संबंधों को और अधिक मजबूत बनाने को लेकर बातचीत हुई. इस बीच व्यापार और निवेश, ऊर्जा, फिनटेक, जलवायु परिवर्तन, उच्चतर शिक्षा के साथ कई क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया.
भारत-यूएई के बीच हुए तीन अहम समझौतें
1.यूएई के बीच भारतीय मुद्रा रुपये और यूएई की मुद्रा दिरहम कारोबार करने को लेकर समझौता हुआ है. इससे दोनों देशों के बीच का व्यापार तो बढ़ेगा ही साथ ही लेनदेन लागत और भुगतान भी कम समय लगेगा.
2. दोनों देशों के बीच डिजिटल भुगतान सिस्टम यानी भारत के यूपीआई और यूएई के डिजिटल भुगतान प्लेटफार्म आइपीपी को आपस में जोड़ा जाएगा. इससे दोनों देशों का फायदा होगा. इसके बाद भारत और यूएई की जनता को एक-दूसरे देश में कार्ड लेनदेन पर कोई अतिरिक्त भुगतान नहीं करना पड़ेगा.
3. आईआईटी दिल्ली अब अबू धाबी में अपना पहला कैंपस खोलेगा. ये मध्य पूर्व/उत्तरी अफ्रीका में भारत का पहला आईआईटी कैंपस होगा.