क्या कनाडा की तरह अमेरिका भी निकाल रहा है भारतीय राजनयिक? जानिए सच्चाई

भारत सरकार ने अमेरिका में एक अमेरिकी नागरिक की हत्या की साजिश में शामिल होने के आरोपों को ठुकरा दिया है. इस मामले को लेकर भारत ने जांच समिति बनाई है, जबकि अमेरिका ने भारतीय राजनयिकों के निष्कासन की बातों का खंडन किया है. दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच, यह मामला और भी जटिल होता जा रहा है. अमेरिका ने हाल ही में भारत-चीन के बीच हुए समझौते का स्वागत किया है. जानिए इस दिलचस्प विवाद की पूरी कहानी में और क्या नया सामने आ सकता है!

JBT Desk
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India-US Tensions: हाल ही में भारत सरकार ने अमेरिकी धरती पर एक अमेरिकी नागरिक की हत्या की साजिश में शामिल होने के आरोपों को सख्ती से खारिज किया है. यह मामला तब सामने आया जब अमेरिका ने भारतीय राजनयिकों के खिलाफ कार्रवाई की अटकलें लगाईं. दोनों देशों के रिश्तों में तनाव बढ़ने के बीच, भारत ने इस मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की है.

अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने प्रेस ब्रीफिंग में स्पष्ट किया कि उन्हें भारतीय राजनियकों के निष्कासन की किसी रिपोर्ट की जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा, 'मुझे इस रिपोर्ट के बारे में जानकारी नहीं है कि हमने भारतीय राजनियकों को निष्कासित किया है.' इस बयान से यह संकेत मिलता है कि अमेरिका अभी इस मामले को लेकर सतर्क है.

भारत की जांच समिति का अमेरिका दौरा

इस बीच, भारतीय जांच समिति ने पिछले सप्ताह अमेरिका का दौरा किया, जहां उन्होंने अपनी जांच के लिए महत्वपूर्ण जानकारी का आदान-प्रदान किया. अमेरिका के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने बताया कि दोनों सरकारों ने अपने-अपने जांच को आगे बढ़ाने के लिए बातचीत की. उन्होंने कहा, 'हम जांच के परिणामों के आधार पर जवाबदेही की उम्मीद करते हैं और अमेरिका तब तक संतुष्ट नहीं होगा जब तक सार्थक जवाबदेही तय न हो जाए.'

विवाद में नया मोड़: विकास यादव का नाम

यह विवाद तब गहरा गया जब अमेरिकी अधिकारियों ने विकास यादव नाम के एक पूर्व भारतीय अधिकारी पर पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया. इस मामले ने भारत और कनाडा के रिश्तों को भी प्रभावित किया है, जहां दोनों देशों ने अपने-अपने छह-छह राजनयिकों के खिलाफ कार्रवाई की है.

भारत-चीन संबंधों पर अमेरिका का स्वागत

भारत और अमेरिका के बीच यह तनावपूर्ण स्थिति एक संवेदनशील समय में उत्पन्न हुई है, जब दोनों देशों के रिश्तों में कई मुद्दे उठ रहे हैं. हालांकि, अमेरिका ने हाल ही में भारत-चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर हुए समझौते का स्वागत किया है, जो इस बात का संकेत है कि दोनों देशों के बीच सहयोग की संभावनाएं अभी भी मौजूद हैं.

भारत और अमेरिका की नजरें जांच पर

हालात को देखते हुए यह कहना उचित होगा कि भारत और अमेरिका के बीच यह मुद्दा आने वाले दिनों में और अधिक जटिल हो सकता है. इस मामले पर दोनों देशों की नजरें हैं और इसकी जांच के परिणामों पर दोनों की स्थिति तय होगी. भारत की जांच समिति की आगे की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं.

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30 October 2024, 02:16 PM IST

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