India vs Bharat: केंद्र सरकार ने संसद के विशेष सत्र का आह्वान किया है जिसके बाद कयासों का दौर चल पड़ा है. तमाम नेता समेत देश की जनता भी इस बात को जानना चाह रही है कि सरकार किस कारण से विशेष सत्र का आयोजन क्यों कर रही है? सरकार की तरफ से फिलहाल इस बारे में कुछ भी साफ नहीं किया गया है लिकिन अबतक की चर्चाओं के आधार पर अनुमान लगाया जा रहा है कि सरकार तीन प्रमुख मुद्दों पर बिल पेश कर सकती है. कहा जा रहा है कि एक राष्ट्र एक चुनाव, यूसीसी और देश का नाम बदलने को लेकर बिल पेश किया जा सकता है.
सरकार की तरफ से ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि एक राष्ट्र एक चुनाव को लेकर सरकार तैयारी में लगी हुई है. इस मुद्दे पर सरकार की तरफ से एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन भी किया गया है जिसकी अध्यक्षता पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कर रहे हैं. माना जा रहा है कि सरकार एक राष्ट्र एक चुनाव के पक्ष में सदन के विशेष सत्र में प्रस्ताव ला सकती है.
यूनिफॉर्म सिविल कोड भाजपा के एजेंडे का हिस्सा रहा है. इन दिनों सरकार की तरफ से इस विषय पर बहस को जन्म दिया गया है. पिछले कई दिनों से यूसीसी पर लगातार देश में घमासान मचा हुआ है. माना जा रहा है कि केंद्र की भाजपा सरकार यूसीसी पर प्रस्ताव ला सकती है. कुछ दिन पहले ऐसी भी खबरें आई थी कि सरकार इस विषय पर ड्राफ्ट तैयार कर रही है.
तीसरा और जो सबसे महत्वपूर्ण विषय है जिसपर सरकार सदन में प्रस्ताव ला सकती है वह है देश के नाम के रूप में इंडिया शब्द को संविधान से हटाना. इस बहस का जन्म संघ प्रमुख मोहन भागवत के एक बयान के बाद हुआ जिसमें उन्होंने कहा था कि देश का नाम इंडिया हटाकर सिर्फ भारत होना चाहिए.
सरकार की तरफ से भले ही इंडिया शब्द को संविधान से हटाने की बात न कही गई हो लेकिन विपक्ष इस मसले पर लगातार केंद्र पर हमलावर है. इस मुद्दो को ज्यादा हवा इसलिए भी मिल रही है क्योंकि विपक्षी गठबंधन का नाम भी इंडिया रखा गया है. जबसे विपक्ष ने गठबंधन का नाम इंडिया रखा है तबसे भाजपा की तरफ से देश के नाम के रूप में ज्यादातर भारत शब्द का ही प्रयोग किया जा रहा है.
इसबार के 15 अगस्त के भाषण में भी पीएम मोदी ने लालकिला की प्राचीर से बोलते हुए एक भी बार इंडिया शब्द का प्रयोग नहीं किया था. फिलहाल इंडिया नाम हटाने को लेकर बहस तब और तेज हो गई जब जी20 के नेताओं को राष्ट्रपति मुर्मू की ओर से भेजे गए रात्रिभोज के आमंत्रण पर President of India के स्थान पर President of Bharat लिखा गया. First Updated : Tuesday, 05 September 2023