2050 तक भारत बन जाएगा मुस्लिम राष्ट्र इन 3 इस्लामिक देशों से खत्म हो जाएंगे हिंदू

Pew Research: प्यू रिसर्च सेंटर के मुताबिक आने वाले साल में तीन मुस्लिम बहुल देशों में हिंदुओं की आबादी बहुत कम हो जाएगी. वहीं भारत में मुस्लिमों की आबादी में बढ़ोतरी होगी. रिसर्च के मुताबिक, 2050 तक भारत में मुस्लिम आबादी में बड़ा इजाफा होने वाला है.

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Hindu Population In Muslim Countries: भारत को दुनिया में एक हिंदू बहुल देश के रूप में जाना जाता है, जहां सभी धर्म के लोग मिलजुल कर रहते हैं. इसी कड़ी में प्यू रिसर्च सेंटर ने 2050 तक भारत और दुनिया की आबादी पर एक नई रिपोर्ट जारी की है. इस अध्ययन के अनुसार, 2050 तक भारत में सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी होगी, जिससे भारत मुस्लिम आबादी में इंडोनेशिया को भी पीछे छोड़ देगा. इसके साथ ही दुनिया भर में हिंदू धर्म का तेजी से विस्तार होगा और यह तीसरा सबसे बड़ा धर्म बन जाएगा.

2050 तक भारत में सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी

दुनिया भर में हिंदू धर्म का विस्तार होगा और हिंदू धर्म 2050 तक तीसरा सबसे बड़ा धर्म बन जाएगा. दुनिया में हिंदुओं की जनसंख्या 34% बढ़कर लगभग 1.4 बिलियन तक पहुंचने का अनुमान है. जबकि भारत सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाले देश के रूप में इंडोनेशिया को पीछे छोड़ देगा. अध्ययन में कहा गया है कि ईसाई (31.4%) और मुसलमानों (29.7%) के बाद, दुनिया की कुल आबादी में हिंदू 14.9% होंगे. भारत में किसी भी अन्य देश की तुलना में अधिक मुसलमान होंगे. 

भारत में हिंदू-मुस्लिम जनसंख्या का अनुमान

प्यू रिसर्च सेंटर की रिपोर्ट के अनुसार, 2050 तक भारत में मुसलमानों की संख्या 310 मिलियन से अधिक हो जाएगी, जिससे यह देश की आबादी का लगभग 18% बन जाएगा. हालांकि, हिंदू 77% के साथ बहुमत में रहेंगे. वहीं दुनिया भर में हिंदू आबादी में 34% की वृद्धि होगी, जिससे उनकी संख्या 1.4 बिलियन के करीब पहुंच जाएगी.

इन तीन इस्लामिक देशों में घटेगी हिंदू आबादी

रिपोर्ट बताती है कि 2050 तक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान जैसे तीन मुस्लिम बहुल देशों में हिंदू आबादी में भारी गिरावट आएगी. पाकिस्तान में 2010 में हिंदुओं की संख्या 1.6% थी, जो 2050 तक 1.3% रह जाने का अनुमान है. इसी तरह बांग्लादेश में 2010 में 8.5% हिंदू थे, जो 2050 में घटकर 7.2% हो जाएंगे. अफगानिस्तान में हिंदू आबादी 2010 में 0.4% थी, जो 2050 में 0.3% तक कम हो जाएगी. धार्मिक जनसंख्या के ये अनुमान धर्मांतरण, प्रवासन और जन्मदर में बदलाव जैसे कारकों पर आधारित हैं. First Updated : Friday, 01 November 2024