भारत की पहल से चीन में हड़कंप, चीन सीमा पर तैनात किए जाएंगे 10,000 से ज्यादा अतिरिक्त जवान
भारत सीमा की सुरक्षा को सशक्त बनाने में जुट गया है. इसके तहत, पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में एक नया डिवीजन स्थायी रूप से तैनात किया जाएगा, जिसे 72 डिवीजन के नाम से जाना जाएगा. यह नया डिवीजन पहले से तैनात तीन डिवीजनों के अतिरिक्त होगा.

भारत अपनी चीन से लगी सीमा की सुरक्षा को और सशक्त बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रहा है. भारतीय सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तैनात जवानों की संख्या बढ़ाने की योजना बनाई है. इसके तहत, पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में एक नया डिवीजन स्थायी रूप से तैनात किया जाएगा, जिसे 72 डिवीजन के नाम से जाना जाएगा. इस कदम से चीनी सैन्य नेतृत्व में हड़कंप मच गया है.
भारत की सबसे संवेदनशील सीमा
यह नया डिवीजन पहले से तैनात तीन डिवीजनों के अतिरिक्त होगा. एक डिवीजन में लगभग 20,000 सैनिक होते हैं, जिनमें 10,000-15,000 लड़ाकू सैनिक और 8,000 सहायक शामिल होते हैं. डिवीजन का नेतृत्व एक मेजर जनरल द्वारा किया जाता है. इसमें 3 से 4 ब्रिगेड होती हैं, जिनकी कमान ब्रिगेडियर के हाथों में होती है. नए डिवीजन का गठन शुरू हो चुका है और इसमें तैनात होने वाले सैनिकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है. इसे लेह स्थित 14 फायर एंड फ्यूरी कोर के अधीन रखा जाएगा, जो भारत की सबसे संवेदनशील सीमा की सुरक्षा करता है.
भारत और चीन के बीच कूटनीतिक वार्ता जारी
यह निर्णय ऐसे समय लिया गया है जब भारत और चीन के बीच कूटनीतिक वार्ता जारी है. 25 मार्च को दोनों देशों ने एलएसी पर स्थिति की समीक्षा की और सीमा पार सहयोग को पुनः शुरू करने पर सहमति व्यक्त की. इस बैठक में कैलाश-मानसरोवर यात्रा और सीमा पार नदियों पर सहयोग भी शामिल था. दोनों देशों ने कूटनीतिक और सैन्य तंत्र को बनाए रखने पर जोर दिया.