भारत सरकार का निर्णय, मालदीव में 3 विमानन सैन्य कर्मियों का होगा बदलाव
Governments Decision: साल 2023 के दिसंबर में दुबई में COP28 शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी के साथ राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने बैठक की थी. जिस दौरान भारतीय सैन्यकर्मी को मालदीप मे्ं स्थापित करने का निर्णय लिया गया था.
हाइलाइट
- 15 मार्च तक देश से भारतीय सैन्य कर्मियों की वापसी की बात बताई जा रही है.
- वर्तमान समय में करीब 80 भारतीय सैन्यकर्मी मालदीव में कार्य कर रहे हैं.
Governments Decision: मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने बीते दिन यानी शुक्रवार को मालदीव में भारतीय विमानन प्लेटफार्मों के संचालन को बरकरार रखने के लिए व्यावहारिक समाधानों के आधार पर विचार विमर्श किया है. क्योंकि आने वाले 15 मार्च तक देश से भारतीय सैन्य कर्मियों की वापसी की बात बताई जा रही है.
विदेश मंत्रालय का बयान
मालदीव के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में बताया कि, राजनीति विवादों के बीच दिल्ली में एक उच्च स्तरीय बैठक की गई है. जिस दौरान यह निर्णय लिया गया है कि, भारत आने वाले 10 मई तक तीन विमानन प्लेटफार्मों को संचालित करने वाले सैन्य कर्मियों को बदलने वाला है. वहीं उन्होंने आगे कहा कि, भारत सरकार 10 मार्च तक तीन विमानन प्लेटफार्मों में से एक में सैन्य कर्मियों को बदल देगी, साथ ही अन्य दो प्लेटफार्मों में सैन्य कर्मियों को बदलने का कार्य पूरा करेगी.
भारतीय सैन्य कर्मी कर रहे कार्य
दरअसल अभी वर्तमान समय में करीब 80 भारतीय सैन्यकर्मी मालदीव में उपस्थित हैं. जिनका कार्य मुख्य रूप से दो हेलीकॉप्टर के साथ 1 विमान संचालन का है. इतना ही नहीं उन्होंने मालदीव के लोगों को मानवीय सहायता करते हुए चिकित्सा सेवाएं प्रदान की है. आपको बता दें कि, बीते साल 2023 के दिसंबर में दुबई में COP28 शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी के साथ राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने बैठक की थी. जिसके बाद दोनों पक्षों ने कोर ग्रुप को स्थापित करने का फैसला लिया था.
राष्ट्रपति मुइज्जू ने दिया था बयान
राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने अपने एक बयान में बताया था कि, वह भारतीय सैन्य कर्मियों को अपने देश मालदीव से बाहर निकालने के वादों को पूरी तरह से निभाएंगे.