Swachh Sarvekshan 2023: लगातार सातवीं बार देश का सबसे क्लीन सिटी बना इंदौर, केंद्र ने स्वच्छ सर्वेक्षण रिपोर्ट की जारी

Swachh Sarvekshan 2023: केंद्र सरकार द्वारा आयोजित वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में इंदौर और सूरत को देश के 'सबसे स्वच्छ शहर' के रूप में घोषित किया गया है. जबकि, नवी मुंबई ने इस साल भी अपना तीसरा स्थान बरकरार रखा.

Manoj Aarya
Manoj Aarya

हाइलाइट

  • राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मु ने विजेताओं को दिया पुरस्कार.
  • केंद्र सरकार ने साल 2016 से किया सर्वेक्षण का शुरुआत.
  • कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी रहें मौजूद.

Swachh Sarvekshan 2023: केंद्र सरकार द्वारा आयोजित वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में इंदौर और सूरत को देश के 'सबसे स्वच्छ शहर' के रूप में घोषित किया गया है. जबकि, नवी मुंबई ने इस साल भी अपना तीसरा स्थान बरकरार रखा. मध्य प्रदेश के इंदौर ने लगातार सातवीं बार ये खिताब अपने नाम किया है. सरकार द्वारा जारी सूची में महाराष्ट्र को 'सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों' में से एक के रूप में वर्गीकृत किया गया है, जिसके बाद मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ का नाम शामिल हैं.

इंदौर शहर में आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विजेताओं को पुरस्कृत किया. इस कार्यक्रम में केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी समेंत कई अन्य लोग भी शामिल हुए.

वाराणसी और प्रयागराज को भी मिला पुरस्कार 

महाराष्ट्र में स्थित सासवड को 1 लाख से कम आबादी वाले शहरी केंद्रों की श्रेणी में सबसे स्वच्छ शहर के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. इस कैटेगरी में स्वच्छता के लिए क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान छत्तीसगढ़ के पाटन और महाराष्ट्र के लोनावला को मिला. इस बीच, वाराणसी और प्रयागराज को सबसे स्वच्छ गंगा शहर के रूप में मान्यता दी गई.

देश के सबसे स्वच्छ 10 शहरों के नामों की लिस्ट:

  1. इंदौर
  2. सूरत 
  3. नवी मुंबई
  4. विशाखापट्टनम
  5. भोपाल 
  6. विजयवाड़ा
  7. एनडीएमसी
  8. तिरुपती 
  9. ग्रेटर हैदराबाद 
  10. पुणे 

 

केंद्र ने साल 2016 से शुरू किया सर्वेक्षण

गौरतलब है कि साल 2016 से ही आवास और शहरी मामलों का मंत्रालय द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण का आयोजन किया जा रहा है, जो शहरी स्वच्छता और साफ-सफाई पर सबसे बड़ा वैश्विक सर्वेक्षण है. इस पहल ने कस्बों और शहरों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा देने, उन्हें नागरिकों को अपनी सेवा वितरण बढ़ाने और स्वच्छ शहरी वातावरण स्थापित करने की दिशा में काम करने के लिए प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

2016 में केवल 73 प्रमुख शहरों तक सीमित कवरेज के साथ शुरू हुए 'सर्वेक्षण' में पर्याप्त विस्तार हुआ है. सर्वेक्षण में अब व्यापक दायरा शामिल है, जो 4,477 शहरों तक पहुंच गया है.

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11 January 2024, 04:32 PM IST

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