International Nurses Day: पूरे विश्व में 12 मई को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के रूप में मनाया जाता है। नर्सेंस के योगदान को याद करने और उनके प्रति सम्मान जाहिर करने के लिए हर साल 12 मई को इंटरनेशनल नर्सेज डे मनाया जाता है। किसी भी मरीज को ठीक करने में जितना योगदान एक डॉक्टर का होता है, उतना ही योगदान नर्स का भी होता है। मरीजो को समय पर दवाई देने से लेकर दिन-रात उनका ध्यान रखने तक नर्सेस भी मरीजों को जीवन दान देने में अपनी भूमिका निभाती है। मेडिकल डिपार्टमेंट में नर्स की अपनी एक अलग अहमियत है।
मशहूर नर्स फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्म 12 मई 1820 को हुआ था। उन्हीं की याद में हर साल 12 मई को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है। कहा जाता है कि नाईटिंगेल नर्स होने के साथ-साथ एक समाज सुधारक भी थी। क्रीमिया युद्ध के दौरान उन्होंने घायल लोगों के लिए जिस तरह से काम किया उसकी सराहना दुनिया में आज तक होती है। फ्लोरेंस नाइटिंगेल का नाम नाइटिंगेल 'द विद लैंप' के नाम से प्रसिद्ध है, क्योंकि वह रात के अंधेरे में घायल सैनिकों का इलाज करने के लिए लैंप लेकर निकलती थी।
युद्ध के दौरान भारी संख्या में सैनिकों में इंफेक्शन बढ़ रहा था जिसके कारण सैनिकों की मौत हो रही थी। हालांकि फ्लोरेंस नाइटिंगेल के इलाज से हजारों की संख्या में सैनिक फिर से ठीक होने लगे थे। अपने इसी परोपकारी के बदलौत फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने नर्सिंग को महिलाओं के लिए एक नया पेशा बना दिया था।
हर साल इस खास मौके पर 'इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्स' कोई न कोई थीम रखती है ऐसे में इस साल (2023) की थीम 'आवर नर्सेस आवर फ्यूचर' रखी गई है। इस लाइन का मतलब है हमारी नर्सेस हमारा भविष्य है। First Updated : Friday, 12 May 2023