अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस : देश-विदेश में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियां ज़ोरों से चल रही हैं. कल यानी 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जायेगा योग के महत्त्व को देखते हुए दुनिया भर में लोग इसे अपना रहे हैं. यही वजह है कि योग एक बड़े बाज़ार के रूप में तैयार हो चुका है.
एलाइड मार्केट रिसर्च की साल 2020 की रिपोर्ट की माने तो साल 2019 तक दुनियाभर में योग का बाज़ार क़रीब 3 लाख करोड़ तक हो चुका था, और साल 2027 तक इसमें 75 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया गया है. योग का प्रचार प्रसार लगातार दुनिया में फ़ैल रहा है.
मैट कारोबार दुनियाभर में ले रहा आकार
योग करने के लिए सबसे ज़रूरी चीज़ों में से एक मैट है, ऐसे में इसका कारोबार लगता बढ़ता जा रहा है. विदेश में लोग मैट का इस्तेमाल करते हैं ही, भारत में भी इसका इस्तेमाल बढ़ रहा है. यूरोप और अमेरिका में मैट का बाज़ार खूब उभार ले रहा है.
भारत में अभी बड़े पैमाने पर मैट का उत्पादन नहीं हो रहा है, लेकिन चीन और जापान में खूब उत्पादन हो रहा है. पहले योग दिवस के लिए भारत में चीन से योग मैट आयात किए गए थे और इसके लिए भारत ने 92 लाख रुपये खर्च किए थे. नाइकी और रीबॉक जैसी स्पोर्ट्स वियर बनाने वाली कंपनियां भी योग मैट बेच रही है.
पहली बार कब मनाया गया था?
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को पहली बार 21 जून 2015 को मनाया गया था. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में योग पर एक भाषण के साथ योग का प्रस्ताव रखा था. इसके बाद, 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित कर दिया गया था. इस प्रस्ताव को 193 सदस्यों ने 11 दिसंबर 2014 को मंजूरी दी थी. First Updated : Tuesday, 20 June 2023