Nuh Violence: नूंह में 13 दिनों के बाद शुरू हुई इंटरनेट सेवा, हिंसा के बाद प्रशासन ने किया था बंद
Nuh Violence: हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को धार्मिक यात्रा के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी. जिसके बाद सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिले के विभिन्न क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया था. अब हिंसा के 13 दिनों बाद फिर से बहाल कर दिया गया है.
हाइलाइट
- हिंसा के 13 दिनों बाद शुरू हुई इंटरनेट सेवा
- सोशल मीडिया पर नजर रखेगी प्रशासन
- भड़काऊ पोस्ट के खिलाफ की जाएगी कार्रवाई
Nuh Violence: हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को धार्मिक यात्रा के दौरान भड़की सांप्रदायिक हिंसा (Communal Violence) के बाद सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिले के विभिन्न क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया था. अब हिंसा के 13 दिनों बाद फिर से इंटरनेट सेवा बहाल कर दिया गया है. वहीं प्रशासन की तरफ से सोशल मीडिया (Social Media) पर निगरानी जारी रखी जाएगी. किसी भी तरह के भड़काऊ पोस्ट करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सांप्रदायिक हिंसा भड़कने के बाद स्कूल और कॉलेज भी बंद कर दिए गए थे. हालांकि बाद में हालात में सुधार के बाद खोल दिया गया था.
महापंचायत में पुलिस के शर्त खिलाफ भड़काऊ भाषण
बता दें कि नूंह हिंसा को लेकर रविवार, (13 अगस्त) को नूंह-पलवल बॉर्डर पर पलवल जिले के पोंडरी गांव में सर्व हिंदू समाज की महापंचायत की आयोजन हुई थी. पुलिस द्वारा पंचायत करने की इजाजत इस शर्त पर दी गई थी कि इसमें किसी भी तरह का नफरत भरे भाषण (Hate Speech) को जगह नहीं दिए जाएंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. दरअसल, सर्व हिंदू समाज द्वारा आयोजित महापंचायत के दौरान कुछ लोगों ने पुलिस की चेतावनी को नजरंदाज करते हुए धमकियां भरी भाषण दी.
महापंचायत के दौरान एक वक्ता ने कहा, यदि आप उंगली उठाएंगे, तो हम आपके हाथ काट देंगे. महापंचायत के आयोजकों का दावा है कि वक्ताओं को नफरत भरे भाषण न देने की चेतावनी दी गई थी, लेकिन कुछ लोगों ने इसे नहीं माना.
28 अगस्त को फिर जलाभिषेक यात्रा शुरू करने पर चर्चा
सर्व हिंदू समाज द्वारा आयोजित महापंचायत में हिंसा के दौरान शिकार हुए लोगों को इंसाफ दिलाने और 28 अगस्त को फिर से जलाभिषेक यात्रा शुरू करने पर चर्चा हुई. महापंचायत को देखते हुए बड़ी संख्या में हरियाणा पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवान तैनात किये गए थे.