Delhi Election: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की घड़ी नजदीक आ रही है और राजनीतिक दलों के बीच जीत की जंग तेज हो गई है। दिल्ली की सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी (आप) ने मुफ्त उपहारों के वादों से पहले ही जनता का ध्यान खींच लिया है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने भी इस मुद्दे पर अपनी रणनीति तैयार करना शुरू कर दिया है। हालांकि, भाजपा ने लंबे समय से "रेवड़ी संस्कृति" का विरोध किया है, लेकिन अब सूत्रों की मानें तो पार्टी दिल्ली चुनाव में मुफ्त योजनाओं का बड़ा ऐलान कर सकती है।
भा.ज.पा. के सूत्रों के अनुसार, पार्टी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए घोषणापत्र में मुफ्त योजनाओं का ऐलान कर सकती है, जिनमें बिजली, पानी, महिला कल्याण, आवास जैसी योजनाएं शामिल होंगी। भाजपा का लक्ष्य है कि वह दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा शुरू की गई मुफ्त योजनाओं का मुकाबला अपने खुद के "मुफ्त" कार्यक्रमों से करे।
भा.ज.पा. दिल्ली में अपने घोषणापत्र में 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा कर सकती है। अगर बिजली का बिल 300 यूनिट से अधिक आता है, तो केवल अतिरिक्त यूनिट का ही भुगतान करना होगा। फिलहाल, आम आदमी पार्टी सरकार 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली देती है और 200 से 400 यूनिट तक के लिए 50% सब्सिडी प्रदान करती है।
2. पानी
भा.ज.पा. दिल्ली में मुफ्त पानी योजना को जारी रखने की योजना बना रही है, जिसके तहत 20,000 लीटर पानी बिना किसी शुल्क के घरों में आपूर्ति किया जाता है।
भा.ज.पा. दिल्ली सरकार की मुफ्त बस यात्रा योजना का विस्तार बुजुर्गों और छात्रों तक करने का वादा कर सकती है।
भा.ज.पा. आयुष्मान भारत योजना को दिल्ली सरकार के अस्पतालों तक बढ़ाने या फिर एक नई मुफ्त इलाज योजना शुरू करने की योजना बना सकती है।
भा.ज.पा. मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना का मुकाबला करने के लिए एक नई महिला सम्मान निधि योजना ला सकती है, जो महिलाओं को सीधे लाभ प्रदान करेगी।
भा.ज.पा. झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले लोगों को पक्के घर देने का वादा कर सकती है, जो प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पूरा किया जाएगा।
यह सब तब हो रहा है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2022 में मुफ्त उपहारों या "रेवड़ी" संस्कृति पर तीखी आलोचना की थी। उन्होंने इसे देश के विकास के लिए खतरनाक बताया था। मोदी का कहना था कि रेवड़ी बांटने से केवल वोट बटोरने की कोशिश की जाती है, लेकिन इससे देश की प्रगति में कोई योगदान नहीं होता।
अब भाजपा के इस कदम के बाद सवाल उठता है कि क्या पार्टी खुद वही चीज़ कर रही है जिसकी वह पहले आलोचना करती थी। क्या भाजपा का यह कदम चुनावी राजनीति का हिस्सा है या फिर यह वाकई पार्टी की रणनीति में बदलाव को दर्शाता है?
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भी 2022 में मुफ्त योजनाओं की आलोचना की थी और कहा था कि "मुफ्त" योजनाओं से देश का विकास नहीं हो सकता। उनका मानना था कि इसके बजाय सरकार को ऐसी योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जो देश के विकास में सहायक हों।
अब देखना यह होगा कि भाजपा अपने घोषणापत्र में इन मुफ्त योजनाओं को कितने बड़े पैमाने पर लागू करती है और दिल्ली की जनता इसे किस तरह से स्वीकार करती है।
राजनीतिक समीक्षकों का मानना है कि भाजपा का यह कदम चुनावी लाभ के लिए हो सकता है, लेकिन इससे यह भी साफ होता है कि पार्टी अब जनता की भावनाओं को भुनाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। फिलहाल, दिल्ली चुनाव में भाजपा और आप के बीच जबरदस्त मुकाबला होने की संभावना है, जहां मुफ्त उपहारों की घोषणा एक बड़ा मुद्दा बन सकता है। First Updated : Thursday, 02 January 2025