जगजीत सिंह डल्लेवाल समेत कई किसान नेता हिरासत में, खनौरी और शंभू बॉर्डर खाली कराने की तैयारी तेज
पंजाब पुलिस ने कई किसान नेताओं को हिरासत में लिया, जिनमें सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल शामिल हैं. केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के बाद किसान नेता शंभू और खनौरी बॉर्डर की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया.

पंजाब में किसान आंदोलन के बीच पुलिस ने कई किसान नेताओं को हिरासत में लिया हैं. जिनमें सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल शामिल हैं. ये नेता एक केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के बाद अपने आंदोलन स्थल की ओर बढ़ रहे थे. इस दौरान किसान नेता गुरमनीत सिंह मंगत ने दावा किया कि पुलिस पंजाब-हरियाणा सीमा पर मौजूद दो प्रमुख आंदोलन स्थलों से प्रदर्शनकारियों को हटाने की योजना बना सकती है.
इससे पहले, चंडीगढ़ में किसानों की कई मांगों पर चर्चा के लिए एक बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें केंद्रीय मंत्री और किसान नेता शामिल हुए थे. हालांकि, इस बैठक से कोई ठोस परिणाम सामने नहीं आया. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वार्ता सकारात्मक माहौल में हुई और आगे की बैठक 4 मई को तय की गई है. वहीं, बैठक के बाद पुलिस ने कार्यवाही शुरू कर दी.
बैठक के बाद पुलिस की कार्रवाई
केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के बाद किसान नेताओं ने शंभू और खनौरी बॉर्डर की ओर अपना रुख किया. जहां पंजाब पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए भारी बैरिकेडिंग की थी. मोहाली में किसान नेताओं को उनके गंतव्य तक पहुंचने से रोकने के लिए पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की. वहीं, सरवन सिंह पंधेर, जगजीत सिंह डल्लेवाल, अभिमन्यु कोहर, काका सिंह कोटरा और मंजीत सिंह राय को हिरासत में लिया गया.
शंभू और खनौरी बॉर्डर पर भारी पुलिस बल तैनात
मिली जानकारी के अनुसार, शंभू और खनौरी बॉर्डर पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. इन दोनों सीमा बिंदुओं पर प्रदर्शन कर रहे किसान, जिनमें संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा के सदस्य शामिल हैं. जिनके खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है. पिछले साल फरवरी से किसानों ने इन दोनों बॉर्डरों पर अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा हुआ है.
किसान नेताओं की मांगें और अगली बैठक
किसान नेताओं ने अपनी बैठक में कई अहम मुद्दों को उठाया था, जिसमें प्रमुख रूप से फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी की मांग शामिल रही. इसे लेकर, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसान नेताओं के साथ चर्चा का माहौल सौहार्दपूर्ण रहा था और अगले दौर की बैठक 4 मई को आयोजित की जाएगी.