Israel attacked Lebanon: इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने लेबनान के साथ युद्धविराम का ऐलान किया है. हिजबुल्लाह के साथ युद्धविराम लागू होने के कुछ घंटों बाद, इजराइली सेना ने बुधवार को दक्षिण लेबनान में कर्फ्यू लगा दिया और रात के समय इलाके में लोगों की गतिविधियों पर रोक लगा दी.
इजराइल की सेना के प्रवक्ता अविचाई अद्राई ने एक पोस्ट में बताया कि 30 किलोमीटर (20 मील) दूर लितानी नदी के दक्षिण में स्थित गांवों के लोग गुरुवार को शाम 5 बजे से लेकर सुबह 7 बजे तक यात्रा नहीं कर सकेंगे. इसके साथ ही सेना ने इन गांवों को खाली कराने का आदेश भी दे दिया है.
बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को लेबनान के साथ युद्धविराम की घोषणा की थी, जो बुधवार सुबह 4 बजे से लागू होना था. हालांकि, इससे पहले ही इजराइल ने बेरूत पर भीषण हमला कर दिया. इसके बाद इजराइल ने दक्षिण लेबनान में कर्फ्यू भी लागू कर दिया.
अमेरिका और फ्रांस की मध्यस्थता से दोनों पक्षों के बीच युद्धविराम हुआ, लेकिन इजराइल ने अपने नागरिकों और सैनिकों को चेतावनी दी कि वे सीमा क्षेत्र में न लौटें और न ही इजराइली सैनिकों के पास जाएं.
इजराइल और लेबनान के बीच हुए युद्धविराम के तहत, इजराइली सेनाएं 60 दिनों तक लेबनान में रह सकती हैं. इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने सेना को निर्देश दिया है कि अगर हिजबुल्लाह के चार कार्यकर्ता गिरफ्तार होते हैं तो सीमा के पास के गांवों में निवासियों को वापस न लौटने दिया जाए. वहीं, लेबनान की सेना ने उन निवासियों से अपील की है जो युद्धविराम के बाद अपने घर लौट रहे थे, कि वे उन क्षेत्रों में न जाएं जहां इजराइली सेना मौजूद हो.
हिजबुल्लाह पिछले एक साल से हमास को युद्ध में मदद कर रहा था, जिस वजह से उसकी इजराइल से दुश्मनी बढ़ गई. इस संघर्ष में अब तक कई लोग मारे गए हैं. लेबनान का कहना है कि इस युद्ध में कम से कम 3,768 लोग मारे गए हैं, जिनमें से ज्यादातर मौतें पिछले दो महीनों में हुईं. वहीं, इजराइल का कहना है कि हिजबुल्लाह के हमलों में अब तक 82 इजराइली सैनिक और 47 नागरिक मारे गए हैं. First Updated : Thursday, 28 November 2024