ISRO-NASA Mission ISS: शुक्रवार को इसरो ने बताया कि उसने 39 वर्षीय शुक्ला और 48 वर्षीय ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर को एक्सिओम-4 मिशन के लिए चुना है और शुक्ला को 'प्रधान' अंतरिक्ष यात्री नामित किया है. यानी शुभांशु शुक्ला और प्रशांत नायर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर जाने वाले व्यक्ति होंगे. इसरो ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के आगामी भारत-अमेरिका मिशन के लिए ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को मुख्य पायलट के रूप में चुना है.
जबकि ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर बैकअप पायलट के रूप में काम करेंगे. अगर नायर इस मिशन के लिए बैकअप हैं. अगर शुक्ला किसी वजह से अंतरिक्ष की यात्रा पर नहीं जा पाते हैं तो उनकी जगह नायर मिशन की जिम्मेदारी संभालेंगे.
बता दें कि, अब तक सिर्फ एक भारतीय ही अंतरिक्ष में गया है जिनका नाम राकेश शर्मा है. साल 1984 में सोवियत अंतरिक्ष यान पर उड़ान भरते समय शर्मा विंग कमांडर थे. वहीं अब इसरो ने शुभांशु शुक्ला और प्रशांत नायर को अंतरिक्ष के लिए चुना गया है. शुक्ला और नायर उन चार भारतीय वायुसेना अधिकारियों में शामिल हैं जिन्हें भारत के पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन, गगनयान के लिए चुना गया है
इस मिशन के लॉन्च होने की सही तारीख अभी तय नहीं हुई है. हालांकि, पोलैंड की अंतरिक्ष एजेंसी POLSA ने एक घोषणा में कहा कि मिशन अगले साल लॉन्च हो सकती है. इसरो के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों को अगले आठ सप्ताह तक मिशन के लिए ट्रेन किया जाएगा. एक्सिओम-4 नासा के सहयोग से निजी अंतरिक्ष कंपनी एक्सिओम स्पेस द्वारा चौथा मिशन है. अंतरिक्ष यान को स्पेसएक्स रॉकेट द्वारा लॉन्च किया जाएगा. शुक्ला के अलावा, तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री - पोलैंड, हंगरी और संयुक्त राज्य अमेरिका से एक-एक - अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा करेंगे.
39 वर्षीय शुक्ला, एक लड़ाकू पायलट हैं जो यूपी के लखनऊ से हैं. शुक्ला को साल 2006 में IAF में कमीशन किया गया था और उनके पास 2,000 घंटे से अधिक उड़ान का एक्सपीरियंस है. उन्होंने सुखोई-30 MKI, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक्स, डोर्नियर और AN-32 विमान सहित विभिन्न IAF लड़ाकू जेट उड़ाए हैं.
वहीं नायर वायु सेना अकादमी में स्वॉर्ड ऑफ ऑनर के प्राप्तकर्ता हैं और उन्हें 1998 में IAF में कमीशन किया गया था. वह एक श्रेणी ए उड़ान प्रशिक्षक और 3000 घंटे से ज्यादा समय तक उड़ान के एक्सपीरियंस वाले एक परीक्षण पायलट हैं. वह यूनाइटेड स्टेट्स स्टाफ कॉलेज के पूर्व छात्र हैं और उन्होंने सुखोई-30 स्क्वाड्रन की कमान संभाली है.
First Updated : Saturday, 03 August 2024