ISRO Solar Mission: भारत के सुर्यमिशन को लेकर इसरो ने शनिवार 30 सितंबर को बड़ी जानकारी शेयर की है. इस दौरान उन्होंने ट्वीट कर कहा कि, "अंतरिक्ष यान पृथ्वी के प्रभाव क्षेत्र से सफलतापूर्वक बचकर, पृथ्वी से 9.2 लाख किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर चुका है.
इसरो ने आगे ट्वीट कर लिखा कि, "अब यह सूर्य-पृथ्वी लैग्रेंज प्वाइंट 1 (एल 1) की ओर अपना रास्ता तय कर रहा है. यह लगातार दूसरी बार है कि इसरो ने इसरो का कहना है कि यह पहली बार मंगल ऑर्बिटर मिशन के साथ पृथ्वी के प्रभाव क्षेत्र के बाहर एक अंतरिक्ष यान भेज सकता है."
आदित्य L1 मिशन पृथ्वी सूर्य के L1 प्वाइंट के करीब हैलो ऑर्बिट में चक्कर लगाएगा. धरती से इस प्वाइंट की दूरी लगभग 15 लाख किलोमीटर है. भारत के इस मिशन का मकसद सूर्य के फोटोस्पेयर, क्रोमोस्फेयर और कोरोना पर नजर रखना है, ताकि उससे जुड़ी अहम जानकारियों को पृथ्वी पर भेजा जा सके.
First Updated : Saturday, 30 September 2023