Dhiraj Sahu पर IT का शिकंजा, हवाला ऑपरेटरों से जुड़ सकता है नोटों का कनेक्शन
सोमवार को आयकर विभाग ने ओडिशा में कांग्रेस सांसद धीरज साहू के ठिकानों पर छापेमारी की. जहां से कई अहम सबूत हाथ लगे है. मामले में विभाग को हवाला ऑपरेटरों और शेल कंपनियों की भूमिका का संदेह लगने लगा है.
कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू के ठिकानों पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट लगातार छापा मार रहा है. सोमवार को भी आईटी की टीम ने धीरज साहू के ओडिशा स्थित कई ठिकानों पर छापेमारी की. रेड के दौरान आयकर विभाग को सांसद के ठिकानों से कई अहम सबूत हाथ लगे है. इस मामले में विभाग को हवाला ऑपरेटरों और शेल कंपनियों की भूमिका का संदेह लगने लगा है. ऐसे में धीरज साहू की मुश्किलें बढ़ सकती है.
तीन बार के राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू के ठिकानों से भारी मात्रा में कैश बरामद हुआ है. आईटी विभाग लगातार साहू के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. अब तक धीरज साहू के ठिकानों से 351 करोड़ बरामद किए जा चुके हैं. बरामद रकम का आंकड़ा अभी और आगे बढ़ सकता है.
धीरज साहू के ठिकानों से बरामद नकदी को लेकर आयकर विभाग को कई और संदेह भी हो रहे है. इस मामले में आयकर विभाग को हवाला ऑपरेटरों और शेल कंपनियों की भूमिका का भी संदेह है. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट मामले से जुड़े सभी बिंदुओं की जांच कर रहा है. यदि मामले में हवाला ऑपरेटरों का कनेक्शन सामने आता है तो धीरज साहू की मुश्किले और भी बढ़ जाएंगी.
आपको बता दें, आईटी की टीम ने 6 दिसंबर ओडिशा के बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड और उससे जुड़ी कंपनियों पर रेड डाली थी. इन कंपनियों का तालुक धीरज साहू से हैं. इसके अलावा बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में भी छापेमारी की गई, जिसका सीधा संबंध कांग्रेस सांसद से है.
कौन है धीरज साहू
धीरज साहू का जन्म 23 नवंबर 1959 को झारखंड के रांची में हुआ था. धीरज साहू 2010 में पहली बार कांग्रेस के राज्यसभा सांसद बने थे. इनके पिता का नाम पिता बलदेव साहू थे. धीरज प्रसाद साहू पेशे से एक शराब कारोबारी हैं. ओडिशा की बौध डिस्टलरी उनकी कंपनी है. आईटी की टीम ने तीन राज्यों ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल में उनके कई ठिकानों पर छापा मारा है, जहां से करोड़ों का कैश बरामद हुआ.