Jairam Ramesh: राज्यसभा की दर्शक दीर्घा से हुई राजनीतिक नारेबाजी को लेकर जयराम रमेश ने की कार्रवाई की मांग
Jairam Ramesh: रमेश ने धनखड़ को भेजे अपने पत्र में कहा कि 50 से अधिक आगंतुकों का नारा लगाना ‘गंभीर चिंता' का विषय है. उन्होंने कहा कि इस गंभीर उल्लंघन के विरोध में विपक्षी दलों के सदस्यों ने सदन से बाहर निकल गए.
Jairam Ramesh: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने आज रविवार, (24 सितंबर) को राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को पत्र लिखा. सूत्रों के अनुसार, इस पत्र के माध्यम से 21 सितंबर को राज्यसभा की दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों के एक समूह द्वारा ‘राजनीतिक नारेबाजी' करने की घटना पर तत्काल कार्रवाई करने की उन्होंने मांग की. संसद के विशेष सत्र के दौरान उच्च सदन में हुई ‘स्तब्ध करने वाली घटना' को लेकर राज्यसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक रमेश ने ‘गंभीर चिंता' और ‘गहरी निराशा' जताई है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, राज्यसभा के उपसभापति के नाम लिखे पत्र में जयराम रमेश ने लिखा कि, दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों के एक समूह को नारेबाजी और हंगामा करते हुए सुना गया. कांग्रेस महासचिव ने कहा कि इस घटना से सदन के भीतर नियमों को लागू किए जाने को लेकर भी गंभीर सवाल उठ रहे हैं. वहीं रमेश ने कहा कि राज्यसभा में कड़े सुरक्षा उपायों और उसके मार्शलों की कड़ी मेहनत के बावजूद, लोगों के एक समूह ने राजनीतिक नारेबाजी की.
यह घटना नियम 264 का उल्लंघन
सूत्रों ने कांग्रेस नेता के पत्र के हवाले से कहा कि यह घटना नियम 264 का स्पष्ट उल्लंघन है जो संसदीय सत्रों के दौरान दर्शक दीर्घा में बैठे व्यक्तियों से अपेक्षित आचरण को स्पष्ट रूप से रेखांकित करता है. उन्होंने कहा कि राज्यसभा में प्रक्रिया और कामकाज के संचालन के प्रावधानों में शामिल नियम 264 में आगंतुकों के लिए नियम तय किए गए हैं.
रमेश ने धनखड़ को भेजे अपने पत्र में कहा कि 50 से अधिक आगंतुकों का नारा लगाना ‘गंभीर चिंता' का विषय है. उन्होंने कहा कि इस गंभीर उल्लंघन के विरोध में विपक्षी दलों के सदस्यों ने सदन से बाहर निकल गए.
'घटना की गहन जांच कराई जाए'
जयराम रमेश ने इस घटना की जांच की मांग करते हुए कहा कि,‘‘यह जरूरी है कि घटना की गहन जांच कराई जाए ताकि पता चल सके कि राज्यसभा के अंदर किस तरह सुरक्षा और इसकी गरिमा का उल्लंघन संभव हुआ. ''उन्होंने कहा कि व्यवधान के जिम्मेदार व्यक्तियों को उनके कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए. रमेश ने पत्र में कहा कि जो भी सांसद इस घटना को बढ़ावा देने में शामिल पाया जाएगा उसे भी परिणाम भुगतना पड़ेगा.
कांग्रेस नेता ने इस विषय के समाधान के लिए राज्यसभा के सभापति से तुरंत और कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, ‘‘हमें संसद की पवित्रता को अक्षुण्ण रखने के लिए हर चीज करनी चाहिए.''