भारत माता के वीर जलियांवाला बाग शहीदों को श्रद्धांजलि: PM मोदी और राष्ट्रपति मुर्मू ने किया नमन
आज जलियांवाला बाग हत्याकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनके बलिदान को याद किया. PM मोदी ने इसे स्वतंत्रता संग्राम का एक अहम मोड़ बताया, जबकि राष्ट्रपति मुर्मू ने शहीदों के बलिदान को प्रेरणा का स्रोत बताया. कांग्रेस और गृह मंत्री अमित शाह ने भी शहीदों को सम्मानित किया. जानिए इस ऐतिहासिक घटना से जुड़ी और क्या बातें सामने आईं.

Jallianwala Bagh Martyrs: आज के दिन, 1919 में अमृतसर के जलियांवाला बाग में ब्रिटिश सेना द्वारा मारे गए सैकड़ों निर्दोष भारतीयों की याद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने श्रद्धांजलि अर्पित की. यह दिन भारतीय इतिहास के सबसे काले अध्यायों में से एक है जब शांतिपूर्वक विरोध कर रहे भारतीयों पर ब्रिटिश सेना ने बिना किसी उकसावे के गोलियां बरसाईं थीं.
जलियांवाला बाग हत्याकांड: एक काला अध्याय
1919 में रॉलेट एक्ट के खिलाफ शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों भारतीयों पर ब्रिटिश सेना ने बेरहमी से गोली चलाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया था. यह घटना ना केवल भारतीयों के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए शर्मनाक थी. प्रधानमंत्री मोदी ने इस घटना की याद में कहा कि 'जलियांवाला बाग के शहीदों का बलिदान हमारे स्वतंत्रता संग्राम में एक अहम मोड़ था. उनकी साहसिकता को आने वाली पीढ़ियां कभी नहीं भूलेंगी.'
राष्ट्रपति मुर्मू की श्रद्धांजलि
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी जलियांवाला बाग के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने कहा कि, "भारत माता के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों का बलिदान हमारे स्वतंत्रता संग्राम की शक्ति को बढ़ाता है. कृतज्ञ भारत हमेशा उनका ऋणी रहेगा." राष्ट्रपति मुर्मू ने यह भी विश्वास जताया कि शहीदों से प्रेरित होकर हर भारतीय देश की प्रगति में अपना योगदान देता रहेगा.
कांग्रेस और अन्य नेताओं की श्रद्धांजलि
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने जलियांवाला बाग हत्याकांड को 'तानाशाही शासन की क्रूरता' का प्रतीक बताया और कहा कि यह घटना आने वाली पीढ़ियों को अन्याय के खिलाफ संघर्ष करने की प्रेरणा देती रहेगी. उन्होंने इस बलिदान को स्वतंत्रता संग्राम की ताकत में बदलने वाले एक ऐतिहासिक पल के रूप में याद किया.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस काले दिन की याद में श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा, 'जलियांवाला बाग हत्याकांड ने पूरे देश को हिला दिया था. यह एक ऐसा काला अध्याय था, जिसने भारतीय जनता को अत्याचार के खिलाफ खड़ा किया और स्वतंत्रता संग्राम को जन-आंदोलन में बदल दिया.'
अमर शहीदों का बलिदान और उनका योगदान
जलियांवाला बाग हत्याकांड के शहीदों ने अपने प्राणों की आहुति दी ताकि हम आज़ादी की हवा में सांस ले सकें. उनका बलिदान न केवल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास का हिस्सा है, बल्कि यह हमें यह याद दिलाता है कि किसी भी अन्याय और अत्याचार के खिलाफ संघर्ष करना जरूरी है. आज भी उनकी वीरता और साहस हर भारतीय के दिल में जिन्दा है.
प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रपति मुर्मू, और अन्य नेताओं के इस श्रद्धांजलि संदेशों ने यह स्पष्ट किया है कि जलियांवाला बाग के शहीदों की याद को हमेशा ताजा रखा जाएगा और उनका बलिदान हमेशा हमारे दिलों में जिन्दा रहेगा.