घाटी में किताब-पेन का जमाना, PM मोदी ने पूर्ण राज्य पर क्या वादा किया?
Jammu and Kashmir Assembly Election: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले चरण में हुए रिकॉर्ड मतदान की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि जो लोग सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंकने के लिए कुख्यात थे, वे अब किताबें और पेन लेकर सड़कों पर चल रहे हैं.
Jammu and Kashmir Assembly Election: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों में प्रचार के लिए श्रीनगर पहुंचे. यहां उन्होंने प्रदेश की जनता से भाजपा के पक्ष में मतदान करने की अपील की. इस दौरान उन्होंने प्रदेश में हुए बदलावों को लेकर बात की और कहा कि अब प्रदेश का युवा जो पहले सुरक्षाबलों पर पत्थर फेकते थे अब वो किताब-पेन उठा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 सितंबर को हुए पहले चरण में भारी मतदान को लेकर खुशी जताई. इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश की जनता को इस भारी मतदान के लिए बधाई दी है. श्रीनगर के मंच से PM मोदी ने पूर्ण राज्य के दर्जे को लेकर भी बड़ी बात कही है.
बता दें जम्मू-कश्मीर में 10 साल के बाद चुनाव हो रहे हैं. पहले चरण का मतदान 18 सितंबर को हुआ है. इसमें लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया है. पहले चरण के चुनाव में जम्मू-कश्मीर में 60.21 प्रतिशत मतदान हुआ, जो पिछले सात चुनावों में सबसे अधिक है.
पूर्ण राज्य पर क्या बोले?
अपने संबोधन में PM मोदी ने कांग्रेस के साथ ही घाटी के अन्य सियासी दलों पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम से कहा कि हमने देश की संसद में कहा है कि जम्मू-कश्मीर को दोबारा राज्य का दर्जा दिलाएंगे. आप 25 तारीख को भाजपा का साथ दीजिए. इस दिन सारे रिकॉर्ड तोड़िए.
कश्मीरियत की बात
पीएम मोदी ने कश्मीरियत को आगे बढ़ाने में कश्मीरी पंडितों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया. उन्होंने पंडित समुदाय और कश्मीर की सांस्कृतिक धरोहर के बीच गहरे संबंध को रेखांकित किया. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी और कांग्रेस जैसी तीन प्रमुख वंशवादी पार्टियों की स्वार्थी राजनीति के कारण कश्मीरी हिंदुओं को अपने घरों से विस्थापित होना पड़ा है.
सिख समुदाय की पीड़ा पर ध्यान
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कश्मीर में सिख परिवारों द्वारा झेली गई कठिनाइयों पर भी ध्यान आकर्षित किया. उन्होंने कहा कि सिख समुदाय भी हिंसा और अत्याचारों का शिकार हुआ है. पीएम मोदी ने इन तीन राजनीतिक परिवारों पर कश्मीरी हिंदू और सिख समुदाय के खिलाफ अन्याय में संलिप्त होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि इनकी और इनके सहयोगियों की नीतियों के कारण इन समुदायों को वर्षों से कष्ट सहना पड़ा और विस्थापित होना पड़ा.