Jammu Kashmir Assembly Election: जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस के प्रचार के दौरान रविवार को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की तबीयत अचानक बिगड़ गई. कठुआ में एक रैली को संबोधित करते समय खड़गे को चक्कर आ गया. उनके इस हालात को देखकर मंच पर मौजूद नेताओं ने तुरंत उन्हें संभाला. बावजूद इसके खड़गे ने अपना भाषण जारी रखा. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि हम राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए लड़ेंगे. मैं 83 साल का हूं, इतनी जल्दी मरने वाला नहीं हूं. जब तक प्रधानमंत्री मोदी सत्ता से बाहर नहीं हो जाते, तब तक मैं जिंदा रहूंगा.
खड़गे ने जसरोटा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर भी कड़ा प्रहार किया. उन्होंने कहा कि बीजेपी कभी भी जम्मू-कश्मीर में चुनाव नहीं कराना चाहती थी. यदि वह चाहती तो अब तक चुनाव हो चुके होते. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ही उन्होंने चुनाव की तैयारी शुरू की है. असल में, बीजेपी यहां उपराज्यपाल के माध्यम से रिमोट-कंट्रोल सरकार चलाना चाहती थी.
कांग्रेस अध्यक्ष ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लोगों से कई वादे किए, लेकिन उन्हें पूरा नहीं किया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 5 लाख नौकरियों का वादा कर रहे हैं लेकिन सवाल यह है कि पिछले 10 वर्षों में उन्होंने क्या किया? 65 फीसदी सरकारी पद खाली हैं जिनको अब तक क्यों नहीं भरा गया? खड़गे ने कहा कि बीजेपी का असली मकसद लोगों को गुमराह करना है.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे अपने किए गए वादों को पूरा करने में नाकाम रहे हैं. जो व्यक्ति झूठ बोलता है, जनता उसे माफ नहीं करती. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की जनता भी मोदी को माफ नहीं करेगी. उन्होंने आगे कहा कि नेहरू जी के समय देश में बड़े-बड़े संस्थान और कारखाने स्थापित हुए, सड़कें और रेलवे के काम हुए, जिससे देश में विकास हुआ.
यूपीए सरकार के दौरान जम्मू-कश्मीर में कई विकास कार्य हुए, जैसे कि पीर पंजाल टनल का निर्माण, मनरेगा और फूड सिक्योरिटी एक्ट का लागू होना, और बच्चों को मुफ्त शिक्षा का अधिकार दिया गया. खड़गे ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने विकास के नाम पर सिर्फ बेरोजगारी, महंगाई और अन्याय ही दिया है. गौरतलब है कि अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में यह पहला विधानसभा चुनाव है.