महबूबा मुफ्ती को क्यों याद आए वाजपेयी? बोलीं- आडवाणी अछूत नहीं, खुल कर बताया PDP का मुद्दा
jammu kashmir assembly election: जम्मू कश्मीर में विधानसभा के चुनाव चल रहे हैं. इस बीच नेताओं के बयान काफी सुर्खियां बटोर रहे हैं. चुनाव लड़ने से इनकार कर चुकीं पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का अब एक ताजा बयान आया है. इसमें उन्होंने हुर्रियत चीन, पाकिस्तान के बारे में बात करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी को याद किया है. आइये जानें उन्होंने क्या कहा?
jammu kashmir assembly election: जम्मू कश्मीर में विधानसभा के चुनाव चल रहे हैं. बीजेपी, कांग्रेस के साथ ही अन्य क्षेत्रीय सियासी दलों ने अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है. इस बीच नेताओं के बयान सुर्खियां बटोर रहे हैं. यूं तो पूर्व मुख्यमंत्री और PDP नेता महबूबा मुफ्ती ने चुनाव की लड़ाई से खुद को किनारा कर लिया है. हालांकि, उनके सियासी बयान लगातार जारी है. वो भाजपा को तो निशाने पर ले ही रही हैं. उसके साथ NC, कांग्रेस और हुर्रियत पर भी हमला बोल रही है.
अब एक महबूबा मुफ़्ती ताजा बयान आया है. इसमें वो हुर्रियत चीन, पाकिस्तान के बारे में जिक्र करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी की बात कर रही है. वो खुलकर अपने पार्टी के एजेंडे को लेकर बात कर रही हैं.
क्या बोलीं महबूबा मुफ्ती?
हुर्रियत नेताओं से बातचीत पर पूर्व CM और PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि PDP का एजेंडा सुलह और बातचीत है. हुर्रियत चीन या पाकिस्तान से नहीं है. अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री रहते हुए लालकृष्ण आडवाणी ने उनसे बात की थी. वे अछूत नहीं हैं. हमारा एजेंडा कश्मीर मुद्दे को सुलझाना है और इसके लिए बातचीत और सुलह की प्रक्रिया जरूरी है.
#WATCH | Srinagar, J&K: On talks with Hurriyat leaders, former J&K CM & PDP Chief Mehbooba Mufti says, "The agenda of the PDP is reconciliation and dialogue... The Hurriyat is not from China or Pakistan. LK Advani spoke to them when Atal Bihari Vajpayee was the PM... They are not… pic.twitter.com/pm0cPkH0Ja
— ANI (@ANI) September 1, 2024
महबूबा मुफ़्ती ने आगे कहा कि हम संविधान के भीतर समाधान निकालना चाहते हैं. अगर हुर्रियत भी इस प्रक्रिया का हिस्सा बनना चाहता है तो इसकी सराहना की जानी चाहिए. PDP कुर्सी का चुनाव नहीं लड़ती. हमारी पार्टी जम्मू-कश्मीर के समाधान के लिए लड़ती है, न कि सिर्फ़ सत्ता के लिए.
3 चरणों में चुनाव
बता दें जम्मू-कश्मीर में 3 चरणों में चुनाव होना है. इसका ऐलान चुनाव आयोग ने 16 अगस्त को किया था. तीनों चरणों के लिए सभी सियासी दलों ने कमर कस ली है. ज्यादातर पार्टियों ने अपने प्रत्याशी मैदान में उतार दिए हैं. कुछ सीटों पर अभी उम्मीदवारों के नामों का ऐलान बाकी है. इसे लेकर लगातार मंथन चल रहा है. संभव है कि जल्द सभी 90 सीटों पर प्रत्याशियों ने नाम तय हो जाएं.