Ayodhya: दामाद श्रीराम की खुशी में झूम उठा जनकपुर, मिथिला नगरिया निहाल सखियां के धुन से गूंजी रामनगरी
Ayodhya: दामाद यानी पाहुन और दीदी सीता मां के लिए भेंट लेकर अयोध्या आए ससुराल वासियों के चेहरे पर जो भक्ति भाव था, वह देखने लायक था.
हाइलाइट
- भगवान राम के होने वाले प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व ससुराल वासी प्रभु राम के भव्य स्वागत के लिए अयोध्या पहुंचे.
- अयोध्या नगरी देखने लायक थी जब प्रभु राम के ससुराल से पहुंचे लोगों ने एक से बढ़कर एक गीत गाकर दामाद को सुनाया.
Ayodhya: दामाद भगवान राम के लिए ससुराल जनकपुर से बीते दिन उपहार लेकर अयोध्या पहुंचे जनकपुरवासी. इस बीच मिथिला में भी अधिक हर्षोल्लास देखा गया, जमाई राजा राम मिला, मिथिला नगरिया निहाल सखिया, चारों दूल्हा में बड़का कमाल सखिया के धुन से रामनगरी गूंजने लगी. श्रीराम के ससुराल वासी कारों, बसों और ट्रकों से सफर करने के बाद प्रभु राम के लिए उपहार लेकर पहुंचे. सभी लोगों के फेस पर चमक और दिल में भक्ति देखने को मिल रहा था.
श्रद्धालुओं का काफिला
मां जानकी के जन्म स्थान से यानी रामलला के ससुराल से उपहार लेकर अधिक संख्या में अयोध्या पहुंची भक्तों की टोली. बताया जाता है कि, जनकपुर से 3 हजार थाल सजाकर निकली थी, मगर अयोध्या आते-आते 5 हजार से भी अधिक हो गई. इतना ही नहीं उपहार लेकर लगभग 800 भक्त राम के जयकारे के साथ रामनगरी पहुंचे.
अपने दामाद यानी पाहुन और दीदी सीता मां के लिए भेंट लेकर अयोध्या आए ससुराल वासियों के चेहरे पर जो भक्ति भाव था, वह देखने लायक था. जनकपुरवासी शादी-ब्याह में गाया जाने वाला सोहर गीत गाने के साथ नृत्य करते दिखाई दिए. वहीं बाद में श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट को भेंट समर्पित कर दिया गया.
प्रभु राम के वस्त्र और मिठाई
भगवान राम के होने वाले प्राण- प्रतिष्ठा से पूर्व ससुराल वासी प्रभु राम के भव्य स्वागत के लिए अयोध्या पहुंचे. श्री राम के महल में विराजमान होने से पहले ससुराल से आए उपहार में कई तरह के पकवान, आभूषण, वस्त्र मौजूद हैं. इसके साथ-साथ कई अन्य उपहारों की भी ढेर लगी थी.
दरअसल जनकपुर के मेयर मोहन शाह व जानकी मंदिर जनकपुर के महंत रामतपेश्वर दास के संग जनकपुर वासियों की संख्या ने बीते दिन यानी शनिवार को श्री राम दरबार को सजा डाला. सारे उपहार को मंदिर को दे दिया गया, उपहारों को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने स्वीकार किया. इसके बाद क्या था, उस समय अयोध्या नगरी देखने लायक थी. जब प्रभु राम के ससुराल से पहुंचे लोगों ने एक से बढ़कर एक गीत गाकर दामाद को सुनाया.