जया बच्चन का बयान: मिल्कीपुर चुनाव में महिलाओं की इज्जत से खिलवाड़, बुर्के के नीचे क्या छिपा था?
राज्यसभा में जया बच्चन ने मिल्कीपुर उपचुनाव में महिलाओं के बुर्के को उठाकर उनकी पहचान जांचने के आरोपों पर कड़ा रुख अपनाया. उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ समान व्यवहार जरूरी है और ऐसी घटनाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने चाहिए. सपा ने चुनाव आयोग से इस मुद्दे की शिकायत की थी, जबकि जया बच्चन ने अपने परिवार का उदाहरण देते हुए महिलाओं के सशक्तिकरण की बात की. क्या वाकई महिलाओं के साथ हो रही यह बदसलूकी रोकी जा सकती है? जानें पूरी कहानी!

Jaya Bachchan Slams: राज्यसभा में जया बच्चन ने बुधवार, 5 फरवरी 2025 को उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में हुए मिल्कीपुर उपचुनाव के दौरान महिलाओं के साथ हुई बदसलूकी का मुद्दा उठाया. समाजवादी पार्टी (सपा) ने आरोप लगाया था कि मतदान केंद्रों पर महिला मतदाताओं का बुर्का उठाकर उनकी पहचान की जा रही थी. सपा ने इस पर चुनाव आयोग से शिकायत भी की थी.
बुर्के को उठाकर देखा जा रहा था
जया बच्चन ने कहा, "राष्ट्रपति के अभिभाषण में महिलाओं के सशक्तिकरण की बात की गई थी, जो एक अच्छा कदम है, लेकिन महिलाओं के साथ समान व्यवहार होना चाहिए. जैसे कल उत्तर प्रदेश के चुनाव में महिला मतदाताओं को लाइन में खड़ा करके उनका बुर्का उठाकर उनकी पहचान की जा रही थी. यह बहुत गलत है." उन्होंने दिल्ली का उदाहरण देते हुए कहा कि बुर्का पहनने वाली महिलाओं के लिए अलग जांच होती है, जबकि जो महिलाएं बुर्का नहीं पहनतीं, उनके साथ ऐसा कुछ नहीं होता.
महिलाओं को लेकर जया बच्चन की संवेदनशीलता
जया बच्चन ने आगे कहा, “मेरे परिवार में तीन बहनें हैं और मैं सबसे बड़ी हूं. मेरी पहली संतान और नातिन भी लड़की हैं, तो मैं समझ सकती हूं कि महिलाओं की स्थिति को क्या महसूस करना होता है. आज महिलाएं बदलाव की ओर बढ़ रही हैं." उन्होंने एक और भावुक बात कही, “हम मशहूर होने के लिए नहीं जीते, आप पुरुषों को हमें जानने की जरूरत नहीं है, हमारे लिए यही काफी है.”
अखिलेश यादव का आरोप
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इस मुद्दे पर ट्वीट करते हुए कहा कि अयोध्या पुलिस मिल्कीपुर में मतदाताओं के आईडी कार्ड चेक कर रही थी, जिसमें पुलिस के बड़े अधिकारी भी शामिल थे. उन्होंने इसे लोकतांत्रिक अपराध करार देते हुए चुनाव आयोग से तत्काल कार्रवाई की अपील की. अखिलेश ने कहा, "यह मतदान को प्रभावित करने का प्रयास था और इसे दंडित किया जाना चाहिए."
सपोर्ट और कार्रवाई की उम्मीद
सपा सांसद जया बच्चन का यह बयान महिलाओं की गरिमा और स्वतंत्रता के प्रति उनके समर्थन का प्रतीक है. उन्होंने राज्यसभा में यह भी संकेत दिया कि ऐसी घटनाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने की जरूरत है ताकि महिलाओं के अधिकारों का उल्लंघन ना हो और उनका सम्मान बना रहे.
यह मुद्दा न केवल चुनावी प्रक्रिया में महिलाओं के साथ हो रही बदसलूकी को उजागर करता है, बल्कि यह समाज में महिलाओं की स्थिति को लेकर गंभीर सवाल भी खड़े करता है.